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Pilibhit News: पीलीभीत में परिवार नियोजन के प्रति निकाली जागरूकता रैली, सीएमओ ने दिखाई हरी झंडी
Pilibhit News: सीएमओ ने बताया कि सरकार का उद्देश्य भी है छोटा परिवार सुखी परिवार। जनसंख्या वृद्धि को लेकर सरकार भी चिंतित है। जनसंख्या नियंत्रण करने के तमाम कानून भी सरकार बना रही है और उसको अमल में लाने की बात कर रही है।
Pilibhit News: यूपी के पीलीभीत जनपद में मुख्य चिकित्सा अधिकारी आलोक कुमार ने परिवार नियोजन रैली को सीएमओ कार्यालय से हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। परिवार नियोजन रैली के माध्यम से जिले के सभी लोगों को जागरूक किया जाएगा। सरकार का उद्देश्य भी है छोटा परिवार सुखी परिवार। जनसंख्या वृद्धि को लेकर सरकार भी चिंतित है। वहीं, जनसंख्या नियंत्रण करने के तमाम कानून भी सरकार बना रही है और उसको अमल में लाने की बात कर रही है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी आलोक कुमार ने ने कहा कि परिवार नियोजन योजनाओं को जागरुक करने के साथ साथ सख्ती से लागू करने से रोका जा सकता है। हालाँकि इसमें सभी को ईमानदारी से सफल प्रयासों को शामिल करना चाहिए। जिले के लोगों से अपेक्षा की जाती है, कि परिवार नियोजन योजना को अपनी संकीर्ण धार्मिक सीमाओं से ऊपर उठकर ऐसी योजनाओं को सफल बनाने में सहयोग करना होगा। अगर हम इस आह्वान पर खरे नहीं उतरते हैं।
परिवार नियोजन से बढ़ती जनसंख्या पर लग सकती है रोक
सीएमओ ने कहा सरकार का उद्देश्य है परिवार नियोजन कर बढ़ती जनसंख्या पर रोक लगाई जाए, सरकार की नीति है देश को सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाया जा सके। बढ़ती जनसंख्या कहीं ना कहीं बढ़ती अर्थव्यवस्था को रोकने के लिए जिम्मेदार ठहरेगी। इसलिए सरकार का उद्देश्य है परिवार नियोजन को अपना कर पुरुष नसबंदी के द्वारा जनसंख्या पर रोक लगाई जा सकती है, जिसके परिणाम देश के लिए बेहतर साबित होंगे और बढ़ती जनसंख्या पर ब्रेक लगाया जा सकता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी आलोक कुमार ने बताया अब तक यह देखा गया है कि जितनी भी नसबंदी हुई है महिला नसबंदी कराई जा रही हैं और पुरुष इस बात से आजाद रहते थे, लेकिन इस अभियान के तहत पुरुषों को जागरूक करना है, कि महिलाओं के साथ-साथ और पुरुषों को भी परिवार नियोजन की जिम्मेदारी को उठाना है। हालांकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी आलोक कुमार ने इस बात को स्पष्ट कर दिया पुरुष नसबंदी से महिला पुरुष के बीच में होने वाले संबंधों पर किसी प्रकार का कोई असर नहीं पड़ेगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने यह भी बताया पुरुष नसबंदी से किसी प्रकार से पुरुष को कोई तकलीफ नहीं होगी। हालांकि 1 घंटे में उठकर वह अपने घर जा सकता है। परिवार नियोजन के इस अभियान में पुरुषों को सहयोग कर देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में योगदान साबित हो सकता है।