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Pilibhit News: मजबूर! बैंक के कर्ज सें परेशान किसान बच्चों सहित अंग बेचने पहुंचा सीएचसी

Pilibhit News: मामला पूरनपुर तहसील क्षेत्र के गांव कुरैया खुर्द कला का है। जहां निवासी अजीत सिंह पुत्र पृथ्वीराज सिंह अपने मासूम दो बच्चों के साथ सरकारी अस्पताल पहुंचा।

Pranjal Gupata
Published on: 24 Dec 2023 3:09 PM IST
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Pilibhit News (Photo: Social Media)

Pilibhit News: लाचारीः क्या होती है? इसका मतलब शायद आप ये खबर पढ़कर समझ सके। यूपी के पीलीभीत जनपद में रविवार को एक किसान अपने बच्चों सहित बैंक के लोन को अदा करने के खातिर अपने अंग बेचने सीएचसी पहुँच गया। इसके बाद सीएचसी में हड़कंप मच गया। दरअसल, मामला पूरनपुर तहसील क्षेत्र के गांव कुरैया खुर्द कला का है। जहां निवासी अजीत सिंह पुत्र पृथ्वीराज सिंह अपने मासूम दो बच्चों के साथ सरकारी अस्पताल पहुंचा। वहां मौजूद डॉक्टर व अन्य लोगों से अपने अंग बेचने की जानकारी करने लगा।

जानकारी के मुताबिक अस्पताल में खड़े लोगों ने पूछा आखिर अंग बेचकर क्या करोगे तो किसान ने बताया 2004 में मेरे पिता पृथ्वीराज सिंह ने पशुपालन के लिए भूमि विकास बैंक से ऋण लिया था। पिताजी की मृत्यु हो गई डेढ़ एकड़ जमीन है, जिसपर भू माफिया कब्जा किये हुए हैं। साढे तीन बीघा एक जमीन बची है। उसमें गेहूं लगाया आवारा पशुओं ने गेहूं को बिल्कुल जड़ से खा लिया। हर दूसरे तीसरे दिन भूमि विकास बैंक के फील्ड ऑफिसर अन्य लोगों के साथ घर पर जाकर बेज्जती करते हैं। ऋण को लेकर काफी मानसिक तनाव रहता हैं। ये सब केवल मैं ही नही पूरा परिवार और बच्चों को भी झेलना पड़ रहा है। ये कहानी सुनकर मानो ऐसा लगा कि कोई फिल्म का दृश्य चल रहा है।

अंग बेचकर चुकाना है कर्ज

किसान अजीत ने न केवल अपनी किस्मत बल्कि सरकार को भी कोस रहा था। कहा बैक ऋण जमा करने के लिए और कोई व्यवस्था नहीं है। इसी के चलते सरकारी अस्पताल में अपना अंग किडनी बेचने के लिए सरकारी अस्पताल में भटक रहा हूँ। जिससे अंग बेचकर ऋण जमाकर भूमि विकास बैंक के कर्मचारियों से अपना पीछा छुड़ा सके। किसान के साथ दो मासूम बच्चे भी थे। उच्च अधिकारियों से बैंक के कर्मचारियों व भू माफियाओं की शिकायत करने पर भी समस्या का समाधान नही हुआ है।



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Snigdha Singh

Snigdha Singh

Leader – Content Generation Team

Hi! I am Snigdha Singh from Kanpur. I Started career with Jagran Prakashan and then joined Hindustan and Rajasthan Patrika Group. During my career in journalism, worked in Kanpur, Lucknow, Noida and Delhi.

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