Pilibhit News: नए पर्यटन सत्र से पहले पीटीआर में चिह्नित होंगे नए टाइगर स्पॉट

Pilibhit News: नए पर्यटन सत्र में सैलानियों के लिए कुछ नया करने का प्रयास टाइगर रिजर्व प्रशासन ने किया है। बीते सत्र में 65 से 71 हुई बाघों की संख्या के कारण नए टाइगर रूट भी प्रकाश में आए हैं।

Pranjal Gupata
Published on: 29 Sep 2023 9:41 AM GMT
New tiger spots Pilibhit
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New tiger spots Pilibhit  (photo: social media )

Pilibhit News: यूपी के पीलीभीत जनपद के टाइगर रिजर्व से जहां अब तक जिन मार्गों पर पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघों की मौजूदगी का दीदार होता रहा है। इनके अलावा भी कुछ नए क्षेत्र चिन्हित कर लिये गए हैं। इससे नए पर्यटन सत्र (15 नवंबर) से सैलानियों को जंगल के कुछ नए हिस्सों की सैर कराते हुए वन्यजीवों की अधिकता वाले क्षेत्रों में घुमाकर नयापन दिया जा सकेगा।

नए पर्यटन सत्र में सैलानियों के लिए कुछ नया करने का प्रयास टाइगर रिजर्व प्रशासन ने किया है। बीते सत्र में 65 से 71 हुई बाघों की संख्या के कारण नए टाइगर रूट भी प्रकाश में आए हैं। नए क्षेत्रों में दिख रहे बाघों की वजह से आसपास नए रूट भी तैयार किए गए हैं जिससे जंगल के अंदर वन्यजीवों के कुदरती वास के साथ सैलानियों को कुछ नया लगे।

पीलीभीत टाइगर रिजर्व पीटीआर ने नए पर्यटन सत्र में कुछ नए टाइगर रूट खोजे हैं। बाकी और नए क्षेत्रों का आकलन चल रहा है। यह सैलानियों के लिए ही नहीं विशेषज्ञों के लिए भी रोमांचकारी साबित होगा।जो कि अक्टूबर माह तक तय हो जाएगी नए क्षेत्रों की सूची।

71 हुई बाघों की संख्या तो वन विभाग ने किया फैसला

वहीं ऐसे में नए रूट पर सहमति बनाकर छह अक्टूबर को तैयार कर लिए जाने की अंदरखाने तैयारी की जा रही है।वनाधिकारियों की मानें तो 15 नंवबर से शुरू होने वाले पर्यटन सत्र में बाघों के नए क्षेत्र ही सैलानियों के लिए आकर्षण होंगे जंगल के कुल क्षेत्र के हिसाब से बढ़ रहे बाघों की संख्या वन्यजीव विशेषज्ञों के लिए भी रोमांच से कम नहीं है। बाघों के जीवन और उसके रहन-सहन के लिए आवश्यक तौर तरीकों को लेकर भी विशेषज्ञ पड़ताल कर रहे हैं। बाघों के स्वभाव को लेकर भी पड़ताल जरूरी है कि उनकी बॉडी लैंग्वेज क्या है। बाघों के संख्या बढ़ने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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