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UP के किसानों के लिए खुशखबरी, इसी महीने मिलेगी PM Samman Nidhi की अगली किस्त

PM किसान योजना के तहत यूपी के 261.50 लाख किसानों को 5,230 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि मई महीने में मिल जायेगी।

Shreedhar Agnihotri
Newstrack Network Shreedhar AgnihotriPublished By Shreya
Published on: 14 May 2021 11:07 PM IST
UP के किसानों के लिए खुशखबरी, इसी महीने मिलेगी PM Samman Nidhi की अगली किस्त
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खेतों में काम करते किसान (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

लखनऊ: केंद्र सरकार की तरफ से किसानों के लिए चलाई जा रही 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि' योजना (PM Kisan Samman Nidhi Scheme) के तहत उत्तर प्रदेश के 261.50 लाख किसानों को 5,230 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि मई महीने में उनके बैंक खातों में पहुंच जायेगी।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने आज किसान सम्म्मान निधि की आज आठवीं किश्त जारी की है। इस बारे में अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल (Navneet Sehgal) ने बताया कि बताया कि वर्ष 2018-19 में 2195 करोड़ रुपये, वर्ष 2019-20 में 10,883 करोड़ रुपये तथा वर्ष 2020-21 में 14,185 करोड़ रुपये इस प्रकार कुल 27,263 करोड़ रुपये अब तक प्रदेश के किसानों को धनराशि वितरित की जा चुकी है।

खेतों में काम करते लोग (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

15 जून तक जारी रहेगा गेहूं खरीद का अभियान

सहगल ने बताया कि प्रदेश में किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price) पर उनकी फसल को खरीदे जाने की प्रक्रिया कोविड प्रोटोकॉल (Covid Protocol) का पालन करते हुए तेजी से चल रही है। एक अप्रैल से 15 जून, 2021 तक गेहूं खरीद का अभियान जारी रहेगा। गेंहू क्रय अभियान में अब तक 5 लाख किसानों से 25,43,063.59 मीट्रिक टन गेहूँ खरीदा गया है, जो विगत वर्ष से दुगुना है। उन्होंने बताया कि खरीफ फसल के लिए समुचित

उन्होंने बताया कि प्रदेश में औद्योगिक इकाइयां तेजी से चलायी जा रही हैं। प्रदेश में पंजीकृत 8 लाख से अधिक औद्योगिक इकाइयों द्वारा मजदूरों को काम दिया जा रहा है। इन औद्योगिक इकाइयों में लगभग एक लाख से अधिक कोविड हेल्प डेस्क बनाये गये है । इसके अलावा जिन औद्योगिक संस्थानों में 50 से अधिक कर्मचारी कार्य कर रहे ऐसे औद्योगिक संस्थानों में 1,696 कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। इन कोविड केयर सेंटरों में लगभग 4 हजार से अधिक बेड हैं। जिससे वहां पर कार्य करने वाले कर्मचारियों को समय से इलाज मिल सके।



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