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कैैशलेस की बात करते हैं मोदी, PM की रैली का मंच तैयार करने वालेे मजदूरों को मिलता है कैश पेमेंट

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Published on: 15 Dec 2016 1:35 PM GMT
कैैशलेस की बात करते हैं मोदी, PM की रैली का मंच तैयार करने वालेे मजदूरों को मिलता है कैश पेमेंट
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कानपुरः कैशलेस की बात करने वाले पीएम मोदी की रैली का मंच तैयार करने वाले वर्करोंं को नगद भुगतान किया जाता है। इसमें से कई वर्कर ऐसे भी हैं जिनका बैंक में खाता भी नहीं है। इन मजदूरों को 300 रुपए की दिहाड़ी मिलती है। वहीं इस संबंध में जब मंच तैयार करने वाले पीके दत्ता से पूछा गया कि इस मंच को तैयार करने में कितना खर्चा आ रहा है तो उन्होंने कहा कि खर्च के बारे में मत पूछिए इसके आलावा कुछ और पूछिए।

पीएम मोदी की 19 दिसंबर को परिवर्तन महारैली निराला नगर के रेलवे ग्राउंड में होनी है। इस रैली का मंच तैयार करने के लिए बनारस से 250 वर्करों की टीम मंच तैयार कर रही है। पीके दत्ता की टीम मंच तैयार करने में जुटी है दिन रात वर्कर काम कार रहे हैं।

8 नवंबर को मोदी ने नोटबंदी की घोषणा की थी इसके बाद से पीएम व पूरी बीजेपी कैशलेस की बात कर रही है। टीवी व समाचार पत्रों के माध्यम से कैशलेस के तरीके सिखाए जा रहे हैं, लेकिन कैशलेस की बात करने वाले प्रधानमंत्री की रैली में ही वर्करों को नगद भुगतान किया जा रहा है।

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मंच की तैयारी में जुटे वर्कर ने क्या कहा

वर्कर रामबाबू ने बताया कि हमारा बैंक में खाता नहीं है हमें 300 रूपए दिहाड़ी के हिसाब से नगद भुगतान किया जाता है। उन्होंने बताया कि हम सभी बनारस से आए हैं यह प्रधानमंत्री की रैली है उसी में काम कर रहे हैं। वहीं रवि ने बताया कि हमारा बैंक में खाता तो है लेकिन हमें नगद भुगतान किया जाता है हम सभी केपी दत्ता के अंडर में काम करते हैं। 13 दिसंबर को हम कानपुर आये थे और 26 नवंबर तक यह मंच हटाकर हम चले जाएंगे। इसके बाद हमारी लिस्ट बनेगी और तब हमें नगद भुगतान किया जाएगा।

वर्कर मुन्खुन के मुताबिक

हमें तो कैशलेस का मतलब भी नहीं पता है। यदि खाते में रुपया दिया जाएगा तो हमें बैंक में लाइन लगाकर रुपया निकालना पड़ेगा। नोटबंदी के बाद से बैंको में बहुत लाइन लग रही है हमारे लिए तो यही ठीक है कि हमें नगद भुगतान दिया जाए। इसी में हमें सहूलियत है।

मंच के ठेकेदार केपी दत्ता के मुताबिक

नोटबंदी के बाद वर्करों को रुपया देने में दिक्कत का सामना तो करना ही पड़ रहा है। जब उनसे पूछा गया कि वर्करों का भुगतान कैसे करते हैं तो उन्होंने कहा कि जो हमारे कोलकाता के वर्कर हैं उनके खातों में रुपया जमा कराया जाता है बाकि वर्करों को हम कैश पेमेंट करते हैं जब उनसे पूछा गया कि इस मंच में कितना खर्च आया है तो उन्होंने कहा कि यह मत पूछो कि कितना खर्च आता है इसके आलावा जो पूछोगे वह बता दूंगा।

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