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PM In Paraunkh: पीएम मोदी ने कहा- परौंख की मिट्टी से राष्ट्रपति जी को मिले हैं जो संस्कार उसकी साक्षी दुनिया बन रही है
PM Modi Speech In Paraunkh: प्रधान मंत्री मोदी ने मंच से बोलते हुए कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि पांचवीं के बाद राष्ट्रपति जी पांच-छह मील दूर स्कूल में नंगे पांव दौड़ते हुए जाते थे।
Kanpur Dehat: कानपुर देहात के परौंख (Kanpur Dehat Ke Paraunkh) में शुक्रवार का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया जिला बनने के बाद से पहली बार मौका था जब एक साथ एक मंच पर अपने पैतृक गांव में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi), मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Governor Anandiben Patel) के साथ-साथ पूरी सरकार एक मंच पर थे।
इस दौरान ग्रामीणों में भी उत्साह देखने को मिल रहा था, इन सबके बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पैतृक गांव में जनसभा को संबोधित करने के लिए सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खड़े हुए तो जय श्रीराम के नारे से पूरा पांडाल गूंज उठा इस दौरान मंच से बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने सभी का अभिवादन स्वीकार किया और आगे कहा कि लंबे समय से परौंख आने का इंतजार कर रहा था,आज यहां आकर मन को सुकून मिला और बहुत अच्छा लगा। इस गांव ने राष्ट्रपति जी का बचपन देखा है और बड़े होने पर हर भारतीय का गौरव बनते भी देखा है। यहां आने से पहले राष्ट्रपति जी ने मुझसे गांव से जुड़ी कई यादें साझा कीं है।
वो नंगे पांव दौड़ते हुए जाते थे विद्यालय
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मंच से बोलते हुए कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि राष्ट्रपति जी का पांचवीं के बाद दाखिला पांच-छह मील दूर स्कूल में करा दिया गया था तो वो नंगे पांव दौड़ते हुए जाते थे। ये दौड़ सेहत के लिए नहीं बल्कि इसलिए होती थी गर्मी की तपती धरती से पांव में छाले न पड़ें। परौंख की मिट्टी से राष्ट्रपति जी को जो संस्कार मिले हैं उसकी साक्षी दुनिया बन रही है।
पद की मर्यादा से बाहर निकलकर उन्होंने मुझे हैरान कर दिया, वह मुझे हेलीपैड पर रिसीव करने आए, मैं बड़ी शर्मिंदगी महसूस कर रहा था। जब मैंने यह बात कही तो उन्होंने कहा कि मैं यहां अतिथि का सत्कार करने आया हूं, मैं गांव के नागरिक के रूप में स्वागत कर रहा हूं। 'अतिथि देवो भव' के संस्कार के लिए मैं राष्ट्रपति जी को प्रणाम करता हूं।
परौंख में भारतीय गांव की कई आदर्श छवियों को महसूस किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे बोलते हुए कहा कि मैं राष्ट्रपति जी के साथ विभिन्न स्थानों को देख रहा था तो मैंने परौंख में भारतीय गाँव की कई आदर्श छवियों को महसूस किया। यहाँ सबसे पहले मुझे पथरी माता का आशीर्वाद लेने का अवसर मिला।ये मंदिर इस गाँव की, इस क्षेत्र की आध्यात्मिक आभा के साथ एक भारत-श्रेष्ठ भारत का भी प्रतीक है।
उन्होंने कहा किराष्ट्रपति जी ने अपने पैतृक आवास को मिलन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए दे दिया था।आज वो विमर्श और ट्रेनिंग सेंटर के तौर पर महिला सशक्तिकरण को नई ताकत दे रहा है।उन्होंने कहा किआज राष्ट्रपति जी के गांव में आने का अनुभव मेरे लिए सुखद स्मृति की तरह है।