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इलाज से बढ़ता ही गया मर्ज, नहीं लग सका अपराधियों पर अंकुश

tiwarishalini
Published on: 8 Sept 2017 1:05 PM IST
इलाज से बढ़ता ही गया मर्ज, नहीं लग सका अपराधियों पर अंकुश
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शारिब जाफरी की स्पेशल रिपोर्ट

लखनऊ: यूपी में अपराधियों पर लगाम कसने के लिए पुलिस अफसरों ने नया चक्रव्यूह तैयार किया है। इसके तहत नामी अपराधियों पर इनाम की रकम बढ़ा कर पुलिस के जवानों में कार्रवाई के लिए नई प्रतिस्पर्धा शुरू कर दी है। आपराधिक रेकॉर्ड को आधार बना कर डीजी मुख्यालय ने 214 अपराधियों पर इनाम की रकम बढ़ा दी है। इनमें 100 बदमाश ऐसे हैं, जिन पर 50 हजार से लेकर 5 लाख रुपए का इनाम है। पुलिस ने अचानक ही अपराधियों के खिलाफ इनाम की रकम बढ़ाने का काम शुरू नहीं किया है। पिछले 3 महीने से यह काम चल रहा था और पुलिस महानिदेशक कार्यालय इसकी मॉनीटरिंग कर रहा था। इसी के चलते पिछले तीन माह में बड़ी इनाम वाले अपराधियों की संख्या 214 पहुंच गई है। जिन बदमाशों पर इनाम बढ़ाया गया है उन में सब से ज्यादा मेरठ और वाराणसी जोन के हैं।

प्रदेश में अपराधियों के हौसले किस कदर बुलन्द हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आगरा, अलीगढ़, प्रतापगढ़, चित्रकूट समेत आधा दर्जन जिलों में पुलिसवालों को बदमाशों ने निशाना बनाया है। आगरा में 2 तथा अलीगढ़ - प्रतापगढ़ में 1-1 कांस्टेबिल और चित्रकूट में एक सब इंस्पेकटर बदमाशों की गोली का निशाना बने। बदमाशों पर इनाम बढ़ाये जाने के बाद कुछ एक्शन भी हुआ है और शामली, मुजफ्फरनगर, आजमगढ़ और लखनऊ में मुठभेड़ करके पुलिस ने आधा दर्जन बदमाशों को मार गिराया है। शामली और मुजफ्फरनगर में मारे गये बदमाश 50 हजार के इनामी थे। लेकिन इनाम बढ़ाने और कुछ मुठभेड़ों के बावजूद अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है। सब से ज्यादा मुठभेड़ भले ही पश्चिम के जिलों में हुई हो लेकिन इनामी अपराधियों सब से ज्यादा संख्या वाराणसी की है। वाराणसी के बाद नोएडा, सहारनपुर, लखनऊ, मुजफ्फरनगर, बुलन्दशहर और मेरठ में सब से ज्यादा इनामी अपराधी हैं। पुलिस मुठभेड़ बढ़ाने के बाद एक मामला ऐसा भी आया कि एक बदमाश ने यूपी की बजाये दिल्ली की अदालत में सरेंडर कर दिया। नोएडा का 50 हजारी बिल्लू दुजाना इनकाउंटर के खौफ के कारण दिल्ली की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। बिल्लू के गैंग के खिलाफ दो दर्जन से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं।

ये सब 50 हजारी

अविनाश चंद्र (लखनऊ), आफताब आलम (लखनऊ), मोनू गुर्जर (मेरठ), बलराज भाटी (बुलन्दशहर), विनोद कुमार (बुलन्दशहर), मोनू गुर्जर (नोयडा), बिट्टू बिष्ट (नोएडा), सुधाकर पाण्डेय (लखनऊ), बग्गा सिंह (लखीमपुर खीरी), सऊद अहमद सिद्दीकी (अम्बेडकरनगर), संजीव नाला (मुजफ्फरनगर), सुधीर उर्फ महकार सिंह (सहारनपुर), बहार उर्फ बदरुद्दीन (कौशाम्बी), रामनरेश ठाकुर (आगरा), रामनारायण (आगरा), विश्वास नेपाली (वाराणसी), सुनील यादव (वाराणसी), अजीम अहमद (वाराणसी), मनीष सिंह (वाराणसी), शाहरुख उर्फ पठान (मुजफ्फरनगर), श्यामपाल (मुजफ्फरनगर), वाजिद उर्फ काला (सहारनपुर), सुहान (मथुरा), रिन्कू सिंह उर्फ विकास (इलाहाबाद) और अजीत (बागपत)।

इनका सफाया है बाकी

बबुली कोल चित्रकूट- 5 लाख

कौशल कुमार चौबे बलिया- 2 लाख

शहाबुद्दीन गाजीपुर- 2 लाख

अताउर्रहमान उर्फ बाबू गाजीपुर- 2 लाख

कुलवीर नोएडा- 1 लाख

पुलिस मुठभेड़ में मारे गए बदमाश

50 हजार का इनामी नौशाद उर्फ डैनी - शामली

12 हजार का इनामी सरवर - शामली

50 हजार का इनामी नितिन - मुजफ्फरनगर

15 हजार का इनामी सुनील शर्मा - लखनऊ

12 हजारी शारदा कोल - चित्रकूट

12 हजारी जयहिंद यादव - आजमगढ़

अपराधियों के खिलाफ जारी रहेगा अभियान

अपराधियों के खिलाफ पुलिस ने अभियान चला रखा है। शातिर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम हो रहा है। अपराधियों पर इनाम इस वजह से बढ़ाया गया है ताकि पुलिस के जवान इन अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल पहुंचाएं। पुलिस की इन्हीं कोशिशों के चलते आधा दर्जन बदमाश मुठभेड़ में मारे गए हैं, दर्जनों की गिरफ्तारी हुई है जबकि कई बदमाश खुद अदालत में हाजिर होकर जेल जा चुके है। पुलिस का यह अभियान जारी रहेगा।

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