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Jhansi News: पुलिस के अपने तीन मंत्र, तीनों में वह फेल, इसी वजह से बढ़ रहे हैं अपराध

Jhansi News: पुलिस तीन मंत्रों पर काम करती है। ये हैं मुखबिरी, जांच व सुरक्षा। पिछले एक साल से वह इन तीनों में फेल है। इसी कारण अपराध बढ़ रहे हैं।

B.K Kushwaha
Published on: 2 Feb 2023 9:52 PM IST
Police in Jhansi failed to solve criminal cases, increasing crimes
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झांसी: पुलिस के अपने तीन मंत्र, तीनों में वह फेल, इसी वजह से बढ़ रहे हैं अपराध

Jhansi News: पुलिस तीन मंत्रों पर काम करती है। ये हैं मुखबिरी, जांच व सुरक्षा। पिछले एक साल से वह इन तीनों में फेल है। इसी कारण अपराध बढ़ रहे हैं औऱ पब्लिक, कारोबारी तथा राजनीतिक पार्टियों में गुस्सा है। हर थाने में बीट सिस्टम है पर अफसर व कर्मचारी यही पता नहीं कर पाते हैं कि क्षेत्र में कौन सा अपराधी शरण लिए है। खुलासा तब होता है, जब वह वारदात कर निकल जाता है। शहर व देहात में एक, दो नहीं, कई चोरी की वारदात पिछले दिनों हुई।

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज लिए, बदमाशों के चेहरे भी देखे पर वह उन तक पहुंच नहीं सकी। ठीक एेसे ही वाहन चोर कहीं से भी और ठग किसी भी क्षेत्र में वारदात कर निकल जाते हैं। सारे मामलों में पुलिस शुरु के दो-तीन दिन तो सक्रिय रहती है पर बाद में वह दूसरे नए अपराध में उलझ जाती है। हाल ही में वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी स्टेशन, नवाबाद, बरुआसागर, बबीना थाना क्षेत्र में वाहन चोरी की वारदातें हो चुकी है। इन घटनाओं के बाद लोग कह रहे हैं कि जब पुलिस वाहन चोरी नहीं रोक सकती हैं तो जनता कैसे सुरक्षित रहेगी।

इन्वेस्टिगेशनः यह एक ऐसा विषय है जो अपराधी तक पहुंचने में मदद करता है पर पुलिस इसमें भी फेल है। हालात यह है कि एटीएम हैक हो रहे हैं। एटीएम नंबर पूछकर रुपए निकाले जाने की कई शिकायतें पुलिस के पास हैं पर पुलिस का इन्वेस्टिगेशन कमजोर रहा है। इसी कारण हैकर नहीं पकड़े जा सके हैं।

सड़कों पर सुरक्षाः सड़क पर पुलिस की चौकसी दिखना चाहिए ताकि अपराधियों में डर और जनता में भरोसा। दूसरी तरफ वीडियो फिटेज होने के बाद भी कुछ वारदातें हुई है। पुलिस आज तक हल नहीं कर पाई है। अपराधी वारदात कर पुलिस व थानों के सामने से आसानी से निकल जाते हैं। बताते हैं कि शहर की सड़कों पर पुलिस सुरक्षा के लिए चेकिंग तो करवाती हैं लेकिन उसकी मॉनिटरिंग नहीं की जाती है।

तंत्र मजबूत करने नहीं मिलता फंड

बदमाश अगर अपना मोबाइल बंद कर लेता है तो पुलिस भी उसके आसपास नहीं पहुंच पाती है। मुखबिर तंत्र सक्रिय करने के लिए पुलिस को अलग से फंड भी मिलता है। आईटी से जुड़े मामले सुलझाने में पुलिस के पास एक्सपर्ट नहीं है, इसलिए पुलिस इन मामलों की एफआईआर दर्ज करने से भी बचती है।

रखवाली कर रहे किसान का शव खेत में मिला, गले और शरीर पर चोट के निशान

मोंठ थाना क्षेत्र में रखवाली कर रहे किसान का शव खेत में मिला। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची ओर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। मोंठ थाना क्षेत्र के अखाड़ापुर में रहने वाला धनीराम उर्फ धासू कुशवाहा खेत की रखवाली करने के लिए खेत पर रहता था। जहां गुरुवार को उसका शव पड़ा मिला। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक के गले एवं शरीर पर चोटों के निशान है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।

कुएं में मिला किसान का शव

मोंठ थाना क्षेत्र के ग्राम भरोसा में रहने वाला महेश कुशवाहा खेती कर अपने परिवार का भरण पोषण करता था। विगत दिवस वह रखवाली करने के लिए खेत पर गया हुआ था , जहां आसपास के लोगों ने रात्रि के समय खेत पर बने कुएं से आवाज सुनी। शक होने पर उन्होंने इसकी जानकारी उसके उसके परिजनों को दी। परिजनों ने कुएं में गिरे युवक को बाहर निकाला और आनन-फानन में उसे अस्पताल भेजा जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।

Shashi kant gautam

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