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सहारनपुर हिंसा: भीम आर्मी पर पुलिस की नजर, तीन बैंक खातों में जमा हुए करोड़ों रुपये
संगठन में लोगों को बरगला कर शामिल करने के बाद उनसे धन जुटाया जाता है। अभी तक तीन ऐसे बैंक खाते चिह्नित किये जा चुके हैं, जहां संगठन की सक्रियता के लिए काफी पैसा एकत्रित किया जा चुका है। बैंक मैनेजरों को खाते सील करने को कहा जा चुका है।
सहारनपुर: रामनगर गांव में दलितों और पुलिस में हुई भिड़ंत के बाद दलित संगठन भीम आर्मी को लेकर रोज नये खुलासे हो रहे हैं। भीम आर्मी रजिस्टर्ड नहीं है, लेकिन इसके बावजूद बैंक खाते खोलकर देशभर से चंदा एकत्रित किया जाता है। पुलिस ने अभी तक ऐसे तीन बैंक खातों का पता लगाया है, जिनमें भीम आर्मी के लिए देश विदेश से पैसा आता है।
दलितों के उत्थान और युवाओं के विकास के लिए गठित यह संगठन पूरी तरह से गैर कानूनी बताया जा रहा है जिसकी आ़ड़ में करोड़ों का वारा-न्यारा किया जा रहा है।
चौंकाने वाले खुलासे
एसएसपी सुभाष चन्द दूबे के मुताबिक जांच में भीम आर्मी नामक संगठन से जुड़े चौंकाने वाले तथ्य सामने आये हैं। जो लोग खुद को इसका संस्थापक बता रहे हैं, उनके रिश्तेदारों के नाम से बैंक में खाते खोले गये हैं। आरोप है कि संगठन में लोगों को बरगला कर शामिल करने के बाद संगठन संचालन के नाम पर उनसे धन जुटाया जाता है।
अभी तक तीन ऐसे बैंक खाते चिह्नित किये जा चुके हैं, जहां संगठन की सक्रियता के लिए काफी पैसा एकत्रित किया जा चुका है। अब इन बैंकों को ये खाते सील करने को कहा गया है।
संगठन के पूरे देश में सक्रिय होने और सोशल मीडिया के माध्यम से अराजकता फैलाने के जिस तरह प्रयास किये जा रहे हैं, उससे इस संगठन के तार नक्सलवाद से भी जुड़े होने के संकेत मिल रहे हैं। इसकी भी जांच चल रही है। एसएसपी का कहना है कि संगठन पर सीधे सीधे धोखाधडी का मामला बनता है और जांच के बाद एफआईआर दर्ज की जायेगी।
अराजक तत्वों पर नजर
इस बीच पुलिस ने शब्बीरपुर हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर भड़काऊ टिप्पणी पोस्ट करके माहौल बिगाड़ने वाले नवीन नगर निवासी शुभम कर्णवाल को गिरफ्तार किया है।
एसएसपी ने कहा कि सौहार्द बिगाड़ने के लिए जाति विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में शुभम पर कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। वह भीम आर्मी से भी जुड़ा रहा है।
एसएसपी सुभाष चन्द दूबे ने बताया कि शहर में 8 जगहों पर हिंसा हुई थी। इसमें भीम आर्मी का हाथ था। सबसे अधिक हिंसा गांव रामनगर में हुई थी। इस मामले में दर्जनों मुकदमे दर्ज किये जा चुके हैं और दर्जनों लोग जेल भेजे गए हैं।