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मानवता जिंदा है! पुलिसकर्मी ने अपनी पीठ पर लादकर घायल को अस्पताल पहुंचाया
सूबे की पुलिस भले ही अपने कारनामों को लेकर सुर्खियों में रहती हो लेकिन ताजनगरी आगरा में एक दरोगा ने मानवता का परिचय देते हुए सीख दी है। यहां एक दरोगा ने टेम्पो पलटने के बाद एक्सीडेंट में घायल हुए लोगों को अपनी पीठ पर लादकर अस्पताल ले जा
आगरा: सूबे की पुलिस भले ही अपने कारनामों को लेकर सुर्खियों में रहती हो लेकिन ताजनगरी आगरा में एक दरोगा ने मानवता का परिचय देते हुए सीख दी है। यहां एक दरोगा ने टेम्पो पलटने के बाद एक्सीडेंट में घायल हुए लोगों को अपनी पीठ पर लादकर अस्पताल ले जाने का जो फर्ज अदा किया है। ऐसे पुलिसकर्मियों की महानता मानवता का उदाहरण देती है।
नवनीत सिकेरा ने की सराहना
- वुमन सेल 1090 के आईजी नवनीत सिकेरा ने घायल को पीठ पर लादकर ले जाने वाले दरोगा की फोटो फेसबुक पर शेयर करते हुए आगरा के एसएसपी से पुरष्कृत करने का ऐलान किया है।
- नए साल वाले दिन यानी 1 जनवरी को भगवान टॉकीज़ चौराहे के पास एक टेम्पो पलट गई।
- इससे उसमें सवार यात्री घायल हो गए। हादसे की सूचना जैसे ही खंदारी चौकी इंचार्ज जेपी राजोरिया को लगी तो वह आनन फानन में घटनास्थल पहुंच गए और घायलों को अस्पताल भिजवाने की कार्रवाई में जुट गए।
- दरोगा जे पी राजोरिया ने कुछ घायलों को गाड़ी में बैठाकर अस्पताल भेज दिया।
- वहीँ एक घायल गाड़ी में बैठने में असमर्थ था तो दरोगा जेपी राजोरिया ने उसे अपनी पीठ पर ही लाद लिया और उसे लेकर अस्पताल की ओर दौड़ने लगे।
दरोगा जे पी राजोरिया सौ मीटर की दूरी ही तय कर सके थे कि तभी घायलों के परिजन वहां पहुँच गए और घायलों को अपने साथ अस्पताल में इलाज कराने के लिए ले गए।
दरोगा JP राजोरिया जिस समय घायल को अपनी पीठ पर लादकर अस्पताल की ओर ले जा रहे थे तभी वहां से गुजर रहे किसी व्यक्ति ने फोटो खींच ली और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
दरोगा जेपी राजोरिया ने बताया कि एक्सीडेंट हो गया था जिसमें कई लोग घायल हो गए थे। घायलों को अस्पताल पहुंचाना हमारी पहली जिम्मेदारी थी और मैंने यही किया। उसमे से दो घायल गाड़ी में बैठने में असमर्थ थे थे तो उनको सुविधा अनुसार मैंने अपनी पीठ पर लाद लिया और पास में ही करीब 200 मीटर की दूरी पर अस्पताल था वहां लेकर चल दिया।
दरोगा JP राजोरिया के इस कार्य से जहां आगरा पुलिस अधिकारियों को गर्व महसूस हो रहा है वही इस मानवता वाले फर्ज से खाकी के उन नुमाइंदों को सीख भी लेनी चाहिए जिन पर अक्सर अवाम उंगलिया उठाती नजर आती है।