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पॉलिटेक्निक एग्जाम: एक महीने के अंदर तीसरी बार लीक हुआ पेपर, मचा हड़कंप
लखनऊ: प्रदेश भर में एग्जाम में पेपर लीक करवाने वालों का गिरोह सक्रिय हैं। तमाम सुरक्षा दावों के बाद भी प्रदेश में होने वाले ज्यादातर एग्जाम पर सवालिया निशान लग ही जाता है। ताजा मामला पॉलिटेक्निक एग्जाम का है। जहां एक महीने में तीसरी बार पेपर लीक होने के कारण एग्जाम कैंसिल करना पड़ा।
गुरुवार को पॉलिटेक्निक में होने वाला मैथ्स का पेपर एक दिन पहले ही लीक हो जाने से विभाग में हड़कंप मच गया। आनन फानन में डिपार्टमेंट ने एग्जाम रद्द कर दिया है और मामले की जांच करवाने की बात कही है। एक ही महीने में यह तीसरा मौका है जब पेपर आउट होने के चलते डिपार्टमेंट को पेपर कैंसिल करना पड़ा।
बता दें, कि 13 मई 2016 को एप्लाइड फिजिक्स का कथित पेपर लीक हो गया था। जिसके चलते एग्जाम रद्द कर दिया गया था। इसके बाद मैथ्स के पेपर की हैंडरिटेन कॉपी व्हाट्सऐप पर वायरल हो जाने के कारण प्रदेश के टेक्निकल एजूकेशन डिपार्टमेंट को एग्जाम कैंसिल करना पड़ा था।
सचिव ने कैंसिल किया एग्जाम
-प्राविधिक शिक्षा सचिव एके सिंह ने बताया कि गुरुवार को पॉलिटेक्निक के मैथ्स का पेपर होना था।
-तभी इसके क्वैश्चन पेपर के आउट होने की सूचना मिली।
-उन्होंने बताया कि पेपर लीक होने के चलते इसे कैंसिल कर दिया गया और जांच कराई जा रही है।
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यह है पूरा मामला
-प्रदेश भर में इस समय पॉलिटेक्निक के एनुअल एग्जाम हो रहे हैं।
-गुरुवार सुबह प्रथम पाली में एप्लाइड मैथ-I (ए-3/ इंजी पेपर कोड 1501) का एग्जाम होना था।
-लेकिन बुधवार को ही पेपर आउट हो गया।
-पेपर आउट होने की खबर फैलते ही परीक्षा समिति ने गुपचुप तरीके से बैठक बुलाई और गुरुवार को सुबह ही पेपर कैंसिल कर दिया।
-देर रात हुए इस फैसले की सूचना स्टूडेंट्स को नहीं थी।
-जब वे सेंटर्स पर पहुंचे तो उन्हें इस बात की जानकारी हुई।
दो बार पहले भी लीक हो चुका है पेपर
-इससे पहले पिछली 13 मई 2016 को पॉलिटेक्निक के एनुअल एग्जाम में दूसरी पाली में फर्स्ट ईयर का एप्लाइड फिजिक्स का पेपर व्हाट्सऐप पर वायरल हो गया था।
-टेक्निकल एजुकेशन के डायरेक्टर ओपी वर्मा ने पेपर आउट होने की खबर की पुष्टि की थी।
-इसकी जांच के आदेश दे दिए गए थे।
-आंसरशीट के सील होने की वीडियोग्राफी और सीडी बनाकर संकलन केंद्रों पर जमा करने के निर्देश दिए थे।
-परिषद ने दूसरी पाली में होने वाले पेपर से इस कथित पेपर का मिलान करने के आदेश दिए थे, लेकिन बाद में एग्जाम कैंसिल कर दिया गया था।
-इसके बाद मैथ्स के पेपर की व्हाट्स ऐप पर हैंडरिटेन कॉपी वायरल होने के चलते एक्जाम कैंसिल किया गया था।
-इस मामले में प्रमुख सचिव टेक्निकल एजूकेशन ने मथुरा सेंटर के डायरेक्टर के खिलाफ कार्रवाई भी की थी।
-इसके बावजूद एक बार फिर पेपर लीक होने से किसी बड़े रैकेट के इनवॉल्वमेंट से इनकार नहीं किया जा सकता है।