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लखनऊ: राजधानी में इलाज का पहला पायदान फेल, स्टॉफ सो रहे, मेन गेट बंद
अमित यादव
लखनऊ: राजधानी के शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण इलाकों के सीएचसी-पीएचसी के हाल इन दिनों ठीक नहीं चल रहे हैं। यहां तो दिन में ही मरीजों का सही इलाज नहीं हो पाता है। रोजाना अस्पतालों में ऐसे कई मामले आते हैं, जिनका जरूरी उपचार नहीं हो पाता है। तो जरा आप सोचिए कि इन केंद्रों पर रात में क्या हाल होगा? क्या स्थानीय लोगों को रात में स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें आने पर उनका उपचार हो पाता है। इन सभी सवालों के जवाब सीएमओ डॉ जीएस बाजपेई का औचक निरीक्षण दे रहा है।
अगर रात में किसी की तबीयत खराब होती है और वे पीएचसी-सीएचसी पर इलाज के लिए पहुंचेंगे तो उनको राहत मिलने के चांसेस, नहीं के बराबर हैं क्योंकि इन केंद्रों पर रात में उपचार का जिम्मा जिनके कंधे पर है, वे ड्यूटी करने के बजाय सोना अधिक पसंद करते हैं। कई बार उठाने पर भी उनकी नींद नहीं खुलती है। यह बातें सीएमओ के निरीक्षण में पता चली हैं। यहां तक कि अस्पताल का मुख्य गेट बंद कर आराम से कर्मचारी सो रहे हैं। इसलिए अगर रात में इलाज के लिए प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर कोई पहुंच रहा है तो राहत मिलना संभव नहीं है।
नगराम पीएचसी का हाल देखिए (रात 10 बजे-11 बजे)
सीएमओ साहब बेपटरी चल रही स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने में लगे हैं। वो बीती रात 10 बजे से 2 बजे तक एक्टिव थे। सीएमओ व एसीएमओ ग्रामीण क्षेत्रों के केंद्रों का हाल लेने पहुंचे थे। सीएमओ डॉ जीएस बाजपेई के नगराम पीएचसी दौर में कई लापरवाहियां सामने आई हैं। वहां तो अस्पताल परिसर पूरी तरह से शांत था। कोई भी स्टॉफ मौके पर सही तरीके से नहीं मिला।
मोहनलाल गंज का हाल देखिए (रात 12 बजे-2 बजे)
राजधानी के मोहनलालगंज सीएचसी के औचक निरीक्षण में ड्यूटी में तैनात कर्मचारी अपनी गाड़ियों को गेट के अंदर रखकर चादर ओढ़कर बाकायदा सो रहे थे। इस पर उसको 'जगाकर कारण बताओ नोटिस' दिया। इस दौरान चिकित्सक भी अपनी सीट पर नहीं थे।
कई कर्मचारियों को उठाया गया
मौके पर कई स्टॉफ को साते हुए पाया गया, जिससे इस बाबत जवाब मांगा गया तो वे अचानक पहुंचे अधिकारियों को देखकर घबड़ा गए। कोई भी कर्मचारी जवाब नहीं दे पाया।
दोषी कर्मचारियों पर होगी सख्त कार्रवाई
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ जीएस बाजपेई ने बताया कि जो भी कर्मचारी सोते हुए मिले हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि मैं अपने क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने का प्रयास कर रहा हूं। इसलिए रात के निरीक्षण पर निकला था, जिसमें कई मामले पर लापरवाहियां सामने आई हैं।