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Samajvadi Party: यूपी+बिहार= गयी मोदी सरकार, सपा दफ्तर के बाहर पोस्टर ने दिये नये समीकरण के संकेत

Samajvadi Party: समाजवादी पार्टी के दफ्तर के बाहर एक पोस्टर लगा है जिसमें नीतीश और अखिलेश को साथ साथ दिखाकर लिखा गया है यूपी +बिहार= गयी मोदी सरकार।

Ramkrishna Vajpei
Published on: 10 Sept 2022 11:46 AM IST
Samajvadi Party
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समाजवादी पार्टी के कार्यालय के बाहर लगा पोस्टर (न्यूज नेटवर्क)

Samajvadi Party: समाजवादी पार्टी के दफ्तर के बाहर एक पोस्टर लगा है जिसमें नीतीश और अखिलेश को साथ साथ दिखाकर लिखा गया है यूपी +बिहार= गयी मोदी सरकार। लोग इस पोस्टर के निहितार्थ निकाल रहे हैं। और ये पोस्टर चर्चा का विषय बना हुआ है। आपको बता दें कि बिहार में वर्तमान में महागठबंधन के बैनर तले नीतीश कुमार की सरकार है। नीतीश वर्तमान में राष्ट्रीय राजनीति में अपना वजूद तलाश रहे हैं।

वह नरेंद्र मोदी को टक्कर देने के लिए विपक्ष का चेहरा बनना चाहते हैं। हालांकि अखिलेश कह चुके हैं कि उनकी राय में ममता, केसीआर या पवार में से कोई पीएम चेहरा बनना चाहिए। लेकिन पोस्टर में जिस तरह बिहार की तर्ज पर यूपी में परिवर्तन की बात की गई है उससे लगता है कहीं न कहीं नीतीश और अखिलेश एक मंच पर आने को तैयार हो रहे हैं। सिर्फ औपचारिक घोषणा बाकी है।

अखिलेश यादव की बात करें तो उन्हें बिहार की तरह यूपी में भी राजनीतिक बदलाव की उम्मीद है। अखिलेश कहते रहते हैं कि भाजपा के सहयोगी दल उससे खुश नहीं हैं। अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विकल्प भी तैयार करने की बात अखिलेश यादव कह चुके हैं। अखिलेश नजर में बिहार में नीतीश कुमार के भाजपा से नाता तोड़कर महागठबंधन की सरकार बनाना एक सकारात्‍मक संकेत है।

वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का विकल्‍प तैयार करने में सपा की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर यादव कह चुके हैं कि तेलंगाना के मुख्‍यमंत्री के. चंद्रशेखर राव, पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी और राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार विकल्‍प तैयार करने पर काम कर रहे हैं। इस वक्‍त हमारा ध्‍यान उत्‍तर प्रदेश में पार्टी को मजबूत करने पर है।

वर्ष 2019 में सपा, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और राष्‍ट्रीय लोकदल (रालोद) ने उत्‍तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव साथ मिलकर लड़ा था। बसपा को 10 और सपा को पांच सीटें मिली थी, जबकि रालोद का खाता नहीं खुल सका था। गत जून में रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव हारने के बाद सपा की सीटों की संख्‍या घटकर तीन रह गयी है।



Prashant Dixit

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