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पोस्टमार्टम रिपोर्ट: निर्भया की तरह हुई बर्बरता, हत्या कर टांग दिया शव
लखनऊ: सीएम आवास के पास मिली आरएलबी स्टूडेंट पूजा (बदला हुआ नाम) के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। इसके मुताबिक स्टूडेंट की हत्या से पहले उसके साथ निर्भया जैसी बर्बरता की गई थी। गैंगरेप के बाद उसके प्राइवेट पार्ट में कोई ऐसी चीज डाली गई थी, जिसकी वजह एक्सेस ब्लीडिंग हुई और उसकी मौत हो गई। स्टूडेंट की मर्डर के बाद इसे सुसाइड का रूप देने के लिए शव को पेड़ पर टांग दिया गया।
शरीर पर कई जगह चोट के निशान
-सूत्रों के मुताबिक, पोस्टमार्टम के दौरान पूजा के जिस्म पर चोट के कई निशान मिले हैं।
-गले पर रस्सी की कसाव के निशान हैं और माथे के पास भी वार किया गया था।
-रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों चोट मौत के बाद की हैं।
हत्या कहीं और करके लाया गया शव
-मौत की वजह एक्सेस ब्लीडिंग है, लेकिन उसकी डेड बॉडी जहां मिली वहां पर ब्लड के निशान नहीं थे।
-इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि उसकी डेड बॉडी को कहीं और से लाया गया था।
मेडिकल बोर्ड ने किया पोस्टमार्टम
स्टूडेंट का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड ने किया, जिसमें महिला डॉक्टर पूनम गुप्ता, फोरेंसिक लैब से एक्सपर्ट गयासुद्दीन सिद्दीकी, सिविल हॉस्पिटल के डॉ. अजीत कुमार और अनूप कुमार थे। शाम छह बजे तक उसका पोस्टमार्टम किया गया।
पिछड़ा वर्ग आयोग ने लिया संज्ञान
उत्तर प्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष राम आसरे विश्वकर्मा ने आरएलबी स्टूडेंट की हत्या के मामले का संज्ञान लिया है। उन्होंने प्रदेश के डीजी (लॉ एंड ऑर्डर) को दोषियों को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है।
पुलिस कराएगी मेडिको लीगल टेस्ट
पुलिस दोनों रिक्शा चालकों की मेडिको लीगल टेस्ट कराएगी। पुलिस ने स्टूडेंट का ब्लेजर सदगुरु के बाराबंकी स्थित घर से बरामद कर लिया गया है।
क्या है मामला?
-पूजा 10 फरवरी को सुबह आठ बजे जानकीपुरम से स्कूल के लिए निकली थी। उसने अपनी मां को बताया था कि उसका साइंस का प्रैक्टिकल है।
-लेकिन इसके बाद वह लौटकर घर नहीं आई। पांच दिन बाद सोमवार को उसका शव सीएम और डीजीपी ऑफिस के पास मिला।
इस तरह आगे बढ़ी जांच
-लड़की के लापता होने पर परिवार ने जानकीपुरम थाने में एफआईआर कराई।
-पुलिस ने पूजा की तलाश के लिए उसके मोबाइल को सर्विलांस पर लिया।
-सर्विलांस पर उसकी लास्ट लोकेशन पार्क रोड पर दिखाई दी।
-इसके बाद परिजन और पुलिस ने वहां जाकर उसकी तलाश की, लेकिन वह नहीं मिली।
एेसे शव तक पहुंची पुलिस
-थक हार कर पुलिस और परिजन लौट गए। इसके बाद अगले दिन पुलिस को पूजा के मोबाइल की लोकेशन हैदरगढ़ बाराबंकी मिली।
-लोकेशन ट्रेस करते हुए जब पुलिस हैदरगढ़ पहुंची तो पता चला कि वह घर एक रिक्शेवाले सुरेंद्र का है जो जियामऊ के पास ही रिक्शा चलाता है।
-14 फरवरी देर रात काफी छानबीन के बाद पुलिस ने रिक्शेवाले को हिरासत में लिया और पूछताछ की तो उसने मोबाइल के बारे में बताया।
-रिक्शेवाले सुरेंद्र ने बताया कि 10 फरवरी कीरात को वह शौच के लिए जंगलों में गया था तो उसने लाश देखी।
-इसके बाद अपने दोस्त दीपू को इस बारे में बताया। दोनों ने बाद में जाकर शव को पेड़ से नीचे उतारा और उसका ब्लेजर और मोबाइल लेकर चले गए।
-डर के कारण पुलिस को इस बात की जानकारी नहीं दी।