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Power Crisis in UP: यूपी में बचा सिर्फ 7 दिन का कोयला, इन राज्यों में भी बिजली संकट गहराया

Coal Crisis in India: उत्तर प्रदेश समय देश के कई राज्यों में कोयला संकट होने के कारण बिजली की आपूर्ति बाधित हो सकती है।

Bishwajeet Kumar
Published on: 27 April 2022 9:12 AM IST
aipef body of power engineers says center should bear additional cost of importing coal
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Power Crisis (Image Credit : Social Media)

Power Crisis in UP : उत्तर भारत समेत देश के कई राज्यों में गर्मी बढ़ने के कारण बिजली आपूर्ति की मांग बढ़ गई है। अप्रैल महीने में उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में गर्मी ने अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है जिसके कारण राज्य के सभी शहरों में बिजली की मांग पहले के मुकाबले काफी ज्यादा बढ़ गई। इस बीच उत्तर प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में जरूरत के मुताबिक महज एक चौथाई ही कोयले का स्टॉक (Coal Crisis) बचा हुआ है। जिसके कारण इन सभी राज्यों में बिजली का संकट गहरा गया।

यूपी के पास बस 7 दिन का बचा है कोयला

प्रदेश में गर्मी बढ़ने से इस साल अप्रैल महीने में रिकॉर्ड स्तर तक बिजली की मांग बढ़ गई है। उत्तर प्रदेश विद्युत उत्पादन निगम के पास इस वक्त कोयले का जितना स्टॉक है उससे महज 7 दिनों तक ही राज्य में बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से चल सकती है। बता दें राज्य के कई थर्मल पावर प्रोजेक्ट के पास करीबन 15 दिनों से अधिक का कोयला स्टॉक रिजर्व रखा जाता है। मगर बिजली की मांग बढ़ने के कारण यह स्टॉक जल्दी ही खत्म हो गया।

यूपी में थर्मल पावर प्लांट पर मांग

हरदुआगंज में मांग - 4,97,000 टन

ओबरा में मांग - 4,45,800 टन

परिछा में मांग - 4,30,800 टन

अनपरा में मांग - 5,96,700 टन

फिलहाल इतना मौजूद है कोयला

हरदुआगंज में - 65,700 टन

ओबरा में - 1,00,500 टन

परिछा में - 12,900 टन

अनपरा में - 3,28,100 टन

अन्य राज्यों में हाल

उत्तर प्रदेश के अलावा देश की महाराष्ट्र, झारखंड, उत्तराखंड, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में भी बिजली संकट गहरा गया है। झारखंड की बात करें तो यहां कुल मांग से लगभग 300 मेगावाट बिजली कम है। जिसके कारण राज्य के कई शहरों में 3 घंटे से अधिक की कटौती की जा रही है, वहीं ग्रामीण इलाकों में करीब 10 घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है। हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी ने बिजली संकट को लेकर झारखंड सरकार से सवाल भी किया था। ट्वीट करते हुए साक्षी ने लिखा था कि 'झारखंड के एक करदाता के रूप में बस यह जानना चाहती हूं कि झारखंड में इतने सालों से बिजली संकट क्यों है? हम जिम्मेदारी के साथ यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हम ऊर्जा की बचत करें।'

झारखंड के अलावा महाराष्ट्र में लो सेटिंग के कारण बिजली की कटौती की जा रही है। वहीं पंजाब में तथा हरियाणा में केवल 1 हफ्ते का कोयला स्टॉप बचे रहने के कारण कई जगहों पर 4 से 5 घंटे तक बिजली की कटौती की जा रही है। राजस्थान में भी थर्मल पावर संयंत्रों के पास कोयला स्टाफ कम रहने के कारण बिजली की कटौती की जा रही है। इसके अलावा उत्तराखंड में भी ग्रामीण इलाकों में 5 घंटे तक तथा शहरी इलाकों में 2 घंटे तक बिजली की कटौती की जा रही है।



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Bishwajeet Kumar

Bishwajeet Kumar

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