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Power Crisis in UP: यूपी में बिजली की रिकॉर्ड मांग, तेज गर्मी में शुरू ताबड़तोड़ कटौती
Power Crisis in UP: बता दें कि बिजली की न्यूनतम मांग भी अधिकतम मांग के करीब पहुंचने से पूरे सूबे में हायतौबा वाले हालात बन गए हैं।
Power Crisis in UP: 41 से 42 डिग्री पारे के बीच आसमान से बरसते अंगारे जहां तपिश बढ़ाए हुए हैं। वहीं इसके चलते सूबे में बिजली की मांग लगातार उच्च स्तर पर बनी हुई है। यहीं कारण है कि बुधवार की रात पीक आवर में 20368 मेगावाट तक पहुंची बिजली की मांग ने जहां हायतौबा की स्थिति बना दी। वहीं आधी रात के बाद से बृहस्पतिवार की शाम तक 18 हजार मेगावाट के इर्द-गिर्द रही बिजली की मांग हड़कंप की स्थिति बनाए रही। इस बीच सस्ती बिजली देने वाले लैंको पावर की छह सौ मेगावाट वाली दूसरी यूनिट ब्वायलर ट्यूब लिकेज के चलते ठप होने से भी हायतौबा की स्थिति उत्पन्न हो गई। प्रबंधन की तरफ से शुक्रवार की रात तक इससे उत्पादन शुरू होने की उम्मीद जताई ज रही थी।
अप्रैल की शुरूआत से ही जहां बिजली की अधिकतम मांग 19 से 20 हजार मेगावाट के करीब बनी हुई है। वहीं माह के शुरूआत में बिजली की न्यूनतम मांग 12 से 13 हजार मेगावाट बनी हुई थी लेकिन दूसरे पखवाड़े से इसमें उछाल देखने को मिलने लगा। 19 अप्रैल को जहां बिजली की न्यूनतम मांग 14 हजार मेगावाट के करीब थी।
वही स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर से मिली जानकारी के मुताबिक न्यूनतम मांग बढ़कर 21 अप्रैल को 17798 मेगावाट पहुंच गई। दोपहर में भी बिजली की मांग 18 हजार मेगावाट के पार बनी रही। इसके चलते जहां प्रदेश में पूरे दिन सोनभद्र सहित सूबे के अन्य जिलों में रह-रह कर आपात कटौती होती रही। वहीं पावर सेक्टर में बिजली की उपलबता को लेकर मारामारी की स्थिति बनी रही। ब
बता दें कि बिजली की न्यूनतम मांग भी अधिकतम मांग के करीब पहुंचने से पूरे सूबे में हायतौबा वाले हालात बन गए हैं। वहीं पावर सेक्टर को आठ से बारह रूपये प्रति यूनिट बिजली खरीदनी पड़ रही है। आपूर्ति नियंत्रित रखने के लिए सिस्टम कंटोल को सोनभद्र सहित कई हिस्सों में ताबड़तोड़ कटौती का भी सहारा लेना पड़ रहा है।
UP में तापमान 41.6 डिग्री तक पहुंचा, तड़प उठे लोग
सोनभद्र (Heatwave in Sonbhadra) लगातार हीटवेव की चपेट में है। बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 41.6 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 23.5 दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी दिन में तड़पाने के साथ ही रात में भी बेचैन किए रही। इसके चलते जहां बिजली की जबरदस्त खपत बनी रही। वहीं पंखों की हवा लू का एहसास कराती रही। घरों में कैद लोग कूलर-एसी के जरिए गर्मी से राहत के प्रयास में लगे। कामकाज के सिलसिले में बाहर निकले लोग छांव ढूंढ़ते नजर आए। गांवों और छोटे कस्बे में जहां पूरे दिन बिजली की आंखमिचैली जारी रही। वहीं जिला मुख्यालय पर शाम चार बजे से हर आधे घंटे पर शुरू हुई कटौती लोगों को पसीने से तरबतर किए रही।