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Pratapgarh: जल उत्सव माह का लोक भारती ने किया आयोजित, नदियों को प्रदूषण मुक्त करने का लिया संकल्प

Pratapgarh News: वर्ष प्रतिपदा से अक्षय तृतीया यानी 3 मई तक जल उत्सव माह लोक भारती द्वारा आयोजित किया गया है। आज श्री भरत जी चित्रकूट से अयोध्या धाम जाते समय श्री राम रज तट विश्राम स्थल पर श्री राम जी की चरण पादुका धोये।

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Newstrack Network
Published on: 6 April 2022 4:46 PM GMT
Lok Bharti organized the Jal Utsav month till 3rd May
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3 मई तक जल उत्सव माह लोक भारती ने किया आयोजित।

Pratapgarh: वर्ष प्रतिपदा से अक्षय तृतीया (3मई) तक जल उत्सव माह लोक भारती द्वारा आयोजित किया गया है। आज को श्री भरत जी चित्रकूट से अयोध्या धाम जाते समय श्री राम रज तट विश्राम स्थल (Shri Ram Raj Beach Rest Place) पर श्री राम जी की चरण पादुका (खडॉऊ) धोये थे। इस पवित्र पावन धाम स्थल पर पुनरोद्धार संकल्प जनमानस प्रतापगढ़ द्वारा किया जा रहा है। श्रीलंका से प्रभु श्री राम के चरण चिह्न लेकर श्री राम वन गमन काव्ययात्रा के यात्रीगण भी संकल्प के मुख्य अतिथि रहेंगे।

1 मार्च से 10 अप्रैल 2022 तक की तय की गई है यात्रा

यह यात्रा 1 मार्च से 10 अप्रैल 2022 महाशिवरात्रि से राम नवमी (Mahashivratri to Ram Navami) तक तय की गई है। जिसमें 41 दिन 232 स्थान, 6500 किलोमीटर, की यात्रा हो रही है। जिसमें प्रतापगढ़ तक 6400 किलोमीटर की यात्रा पूर्ण हो गयी। श्री राम वन गमन के 14 वर्षों को प्रणाम। प्रणाम करे उन नुकीली और कटीली डगर को जिस पर चलकर श्रीराम ने असुरो का विनाश का संकल्प लिया था। प्रणाम किया गया उन भोले भाले और स्नेह से सने केवट, जटाऊ, शबरी, असंख्य कोल, भीलो, वसरो की जिन्हें भगवान ने गले लगाया अपितु उनकी अनन्य भक्ति और शक्ति के बल पर रावण की सोने की लंका को ध्वष्त करके भारत की मातृशक्ति को आत्म सम्मान का मार्ग दिखाया था। यह यात्रा तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उड़ीसा, छत्तीसगढ, झ़ारखण्ड, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के 233 वन गमन स्थलों को संपर्क करते हुए अयोध्या पहुंचेगी। श्रीराम वन गमन मार्ग का 233 स्थल प्रतापगढ़ में श्री राम रजतट को चिह्नित किया गया है।


राष्ट्रीय प्रमुख लोकभारती कैप्टन सुभाष ओझा (National Chief Lokbharti Capt Subhash Ojha) ने बताया कि यह प्रतापगढ़ का सौभाग्य है कि श्री राम रज तट की भारत के धार्मिक पर्यटन परिदृश्य पटल पर अंकित होने का भाग्योदय हुआ है। श्री राम रज तट विश्राम स्थल, श्री राम वन गमन यात्रा का एक दर्शनीय, पूज्यनीय केन्द्र बनेगा इससे संगठन और समस्त तटवासी जल उत्सव पर संकल्प ले रहे हैं कि नदियों में प्लास्टिक सिंथटिक को नहीं डालेंगे। श्री राम रज तट के विकास के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।


संस्कृत व पर्यटन विभाग से श्री राम रज तट को सम्बद्ध करने का दिया अश्वासन

संस्कार भारती लखनऊ उप्र से पधारे संजय रसतोगी महामंत्री, उदय भान सिंह, अजय अग्निहोत्री, प्रवीण त्रिपाठी, अवधेश तिवारी ने संस्कृत और पर्यटन विभाग से श्री राम रज तट को सम्बद्ध करने का अश्वासन दिया है। मुख्य अतिथि बाबा सत्य नारायण मौर्या (अन्तर्राष्ट्रीय चित्रकार गीतकार) ने श्री राम वन गमन पथ काव्य यात्रा के साथ भारत के गौरवशाली सांस्कृतिक पुनर्जागरण के लिए जन जागरण का संकल्प लिया है। आयोजक मंण्डल के सदस्य काशी प्रान्त लोकभारती से रावेन्द्र शर्मा, सह संयोजक हौसला सिंह, प्रदीप पाण्डेय, कार्यक्रम संयोजक राघवेन्द्र सिंह के अथक प्रयास से यह कार्यक्रम संपन्न हुआ है। बाबा सत्यनारायण मौर्यजी ने मिट्टी पर निर्मित श्री राम जी के चरण चिह्न भेंट किए जिसे राम रज तट पर स्थापित किया जाएगा।

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Deepak Kumar

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