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Prayagraj News: अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष स्वर्गीय नरेंद्र गिरी की पुण्यतिथि, नम आंखों से दी गई श्रद्धांजलि
Prayagraj News Today: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरी की पहली पुण्यतिथि पर आज मठ बाघंबरी गद्दी में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई।
Prayagraj News: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (All India Akhara Parishad) के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरी (Mahant Narendra Giri) की पहली पुण्यतिथि (death anniversary) पर आज मठ बाघंबरी गद्दी में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। श्रद्धांजलि सभा में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी महराज और अखाड़ा परिषद के सचिव व जून अखाड़े के संरक्षक महंत हरी गिरी शामिल हुए।
इस दौरान महंत नरेंद्र गिरी की समाधि पर पुष्प अर्पित साधु संतो ने उन्हें याद किया, समाधि स्थल पर ही बटुको द्वारा विधिवत वैदिक मंत्रोच्चार के साथ दिवंगत महंत नरेंद्र गिरी को श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर सनातन परंपरा के सभी तेरह अखाड़ों के साधु संत और मठ मंदिरों के पीठाधीश्वर भी मौजूद रहे।
महंत नरेंद्र गिरी की याद में संग्रहालय का निर्माण कराया जाएगा
दिवंगत महंत नरेंद्र गिरी के उत्तराधिकारी मठ बाघंबरी गद्दी के पीठाधीश्वर बलबीर गिरी महराज ने बताया कि पूज्य महंत नरेंद्र गिरी की याद को संजोने के लिए उनकी सभी वस्तुओं को एक स्थान पर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए रखा जाएगा। मठ बाघंबरी गद्दी परिसर में ही एक संग्रहालय का निर्माण कराया जाएगा। जिसमे उनकी सभी यादों को संजोया जाएगा। इसके साथ ही दिवंगत महंत नरेंद्र गिरी की समाधि स्थल पर एक भव्य मंदिर का भी निर्माण किया जाएगा, जिसमें दिवंगत महंत नरेंद्र गिरी की मूर्ति की भी स्थापना की जाएगी। आपको बता दें पूरे देश के कई जिलों से साधु संतों की टोली प्रयागराज पहुंची है और आज पुण्यतिथि के मौके पर नरेंद्र गिरी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की गई है।
अतिथि कक्ष में मृत मिले थे महंत नरेंद्र गिरि
बता दें कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि पिछले साल 20 सितंबर की शाम अल्लापुर स्थित श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी के अतिथि कक्ष में मृत मिले थे। उनका शव पंखे में रस्सी के फंदे से लटका मिला था। सेवादारों ने धक्का देकर दरवाजा खोलने के बाद रस्सी काटकर उनका शरीर फंदे से उतारा था। पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में तीन लोगों को दोषी मानते हुए केस दर्ज किया था। वहीं जब मामला बढ़ा तो सरकार ने मामले को सीबीआई को सौंप दिया था।