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Prayagraj Shiv Kachari: यहां मौजूद 288 शिवलिंग, लोग उठक बैठक लगाकर मांगते हैं माफी

Prayagraj Shiv Kachari: लोग उठक बैठक लगाकर मांगते हैं माफी। मंदिर को कचहरी का रूप दिया गया है।

Syed Raza
Report Syed Raza
Published on: 20 July 2022 8:49 AM GMT
Prayagraj Shiv Kachari
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प्रयागराज में शिव का अनोखा मंदिर (photo: social media ) 

Prayagraj Shiv Kachari: पल भर में भक्तों से प्रसन्न होने वाले भगवान् शिव के कई रूप हैं। संगम नगरी प्रयागराज के शिवकुटी इलाके में भगवान् शिव का एक अनोखा धाम है -शिव कचेहरी। भगवान् शिव के इस धाम में भोले भंडारी कल्याण दाता के रूप में नहीं बल्कि एक न्यायाधीश के रूप में प्रतिष्ठित हैं । यहाँ शंकर ही जज और शंकर ही वकील ।

यहाँ आने वाले उनके भक्त मुलजिम। पूरी तरह से एक अदालत की शक्ल में बने इस शिवालय में श्रद्धालु जाने अनजाने खुद से हुई गलतियों और पापों से माफी मांगने के लिए यहाँ आते हैं। 288 शिव लिंग वाले इस शिवमंदिर में शिव भक्त कान पकड़कर शिव जी के सामने उठक बैठक लगते है ताकि महादेव उनकी गलतियों और पाप से उन्हें मुक्त कर दें ।

मौजूद 288 शिवलिंग (फोटो: सोशल मीडिया )

प्रयागराज के गंगा तट पर बनी यह इमारत को पहली नजर में देखने से अग्रेजी हुकूमत के समय की अदालतों की तश्वीर तरो-ताजा हो जाती है । वर्गाकार आक्रति में बनी इस इमारत में गुम्बद रहित यह स्थान है। एक अदालत लेकिन कोई सरकारी अदालत नहीं बल्कि भोले भंडारी भगवान् शिव की ऐसी अदालत जिसे भक्त शिव कचेहरी के नाम से पुकारते हैं । महादेव के इस धाम शिव की कचहरी में भगवान् शिव न्यायाधीश के रूप में हैं और यहाँ आने वाले शिव -भक्त मुलजिम के रूप में । इस शिव धाम में कुल 288 शिव लिंग हैं । जिसमे एक प्रमुख बड़े शिव लिंग को भक्त न्यायाधिपति के रूप में देखते हैं और शेष 287 लघु -शिव लिंगों वकीलों के रूप में कहते है की इंसान को उसके पुन्य कर्मों का फल तब तक नहीं मिलता जब तक वह पापों से मुक्त न हो जाए ।

मौजूद 288 शिवलिंग (फोटो : सोशल मीडिया )

पुण्य की प्राप्ति की कामना

इस शिव की अदालत में पहुचने वाले शिव भक्त यहाँ पर पुण्य की प्राप्ति की कामना के लिए नहीं आते बल्कि जाने अनजाने में हुई गलतियों या पापो से मुक्ति की कामना उन्हें यहाँ खीच लाती है । शिव कचेहरी में आकर भक्त यहाँ शिव जी की पूजा अर्चना करते हैं और फिर आखिर में क्षमा याचना के लिए न्याय स्वरूप शिव के सामने कान पकड कर उठक -बैठक लगाते हैं ।

शिव कचेहरी के एक कोने से लेकर दुसरे कोने तक जहा भी आप की नजर जायेगी अधिवक्ता स्वरूप शिव लिंग ही नजर आयंगे। सुबह और शाम भक्तजन भगवान् शंकर की आरती करते हैं लेकिन सावन के महीने में यहाँ शिव भक्तों का भारी हुजूम उमड़ता है।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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