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Prayagraj News: NAAC मूल्यांकन में मुक्त विश्वविद्यालय को मिला बी प्लस ग्रेड

Prayagraj News: उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज को नैक की मान्यता मिल गई है। नैक टीम के निरीक्षण और मूल्यांकन के आधार पर विश्वविद्यालय को बी प्लस ग्रेड दिया गया है।

Syed Raza
Report Syed Raza
Published on: 4 Jan 2023 5:51 PM IST
Prayagraj News
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नैक मूल्यांकन में मुक्त विश्वविद्यालय को मिला बी प्लस ग्रेड

Prayagraj News: उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) की मान्यता मिल गई है। नैक टीम के निरीक्षण और मूल्यांकन के आधार पर विश्वविद्यालय को बी प्लस ग्रेड दिया गया है। नए वर्ष पर विश्वविद्यालय को मिली इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय में खुशी का माहौल है।

सफलता का श्रेय कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह के अथक प्रयासों

विश्वविद्यालय की इस सफलता का श्रेय कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह के अथक प्रयासों को जाता है। जिनके गाइडेंस में विश्वविद्यालय को यह अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल हुई है। इस उपलब्धि से विश्वविद्यालय के भौतिक संसाधन बढ़ेंगे, जिसका लाभ सीधे तौर पर उत्तर प्रदेश के 70 हजार से अधिक अध्ययनरत शिक्षार्थियों को होगा। विश्वविद्यालय द्वारा की गई पुनर्विचार याचिका पर अमल करते हुए नैक की ओर से विश्वविद्यालय को ईमेल के माध्यम से बी प्लस ग्रेड जारी कर दिया गया है।

वर्ष 1998 में स्थापित यूपीआरटीओयू ने पहली बार नैक ग्रेडिंग के लिए आवेदन

वर्ष 1998 में स्थापित यूपीआरटीओयू ने पहली बार नैक ग्रेडिंग की मान्यता के लिए आवेदन किया था। जिसके बाद गत वर्ष नैक की सात सदस्यीय टीम ने विश्वविद्यालय की अकादमिक गुणवत्ता के साथ-साथ प्रशासनिक व ढांचागत व्यवस्था का मूल्यांकन किया था। टीम ने विश्वविद्यालय के गंगा, यमुना एवं सरस्वती परिसर में स्थित प्रमुख कार्यालयों के साथ ही क्षेत्रीय केंद्र, वाराणसी एवं गोद लिए गांव का निरीक्षण किया था। नैक टीम ने वर्ष 2015 से लेकर 2020 तक के अकादमिक वर्षों का एसएसआर के आधार पर मूल्यांकन किया। बाद में टीम ने अपनी रिपोर्ट तैयार की और राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद को सौंपी। लंबे इंतजार के बाद रजत जयंती वर्ष में मिली इस उपलब्धि से विश्वविद्यालय में खुशी का माहौल है।


पूर्व कुलपतियों एवं समस्त स्टाफ का बहुत बड़ा योगदान: कुलपति

कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने बताया कि उनके यहां आने से पूर्व ही मूल्यांकन की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई थी। विश्वविद्यालय को यहां तक पहुंचाने में पूर्व कुलपतियों एवं समस्त स्टाफ का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पूर्व तक विश्वविद्यालय के पास अकादमिक स्टाफ व भौतिक संसाधन न के बराबर था, लेकिन पिछले तीन वर्षों में हमने भौतिक संसाधनों में काफी वृद्धि की है और अकादमिक स्टाफ भी बढ़ाया है। आज हमारे पास अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित 1000 व्यक्तियों की क्षमता वाला अटल ऑडिटोरियम है। तीन मंजिला शानदार सामुदायिक केंद्र है। लखनऊ, बरेली तथा प्रयागराज में क्षेत्रीय केंद्रों के अपने भवन हैं। कानपुर तथा गोरखपुर में भवन निर्माण का कार्य जारी है।

ढांचागत विकास में किए गए निर्माण कार्य

ढांचागत विकास में अतिथि गृह, मीडिया सेंटर, कुलपति आवास, कर्मचारी आवास, प्रशासनिक भवन, शैक्षणिक भवन, केंद्रीय पुस्तकालय आदि निर्माण कार्य किए गए। इस अवधि में प्रोफेसरों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। इसके साथ ही कई नए अकादमिक कोर्सों को शुरू किया गया। जिस वजह से आज मुक्त विश्वविद्यालय ने बी प्लस ग्रेड प्राप्त कर देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों में अपना स्थान बनाया है।

हम निरंतर मेहनत करके और बेहतर ग्रेड लाएं: कुलपति

कुलपति प्रोफेसर सिंह ने कहा कि अब कोशिश यही रहेगी कि हम निरंतर मेहनत करके और बेहतर ग्रेड लाएं। मुक्त विश्वविद्यालय प्रदेशभर के शिक्षार्थियों को उच्च शिक्षा दिलाने के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। दूरस्थ और ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाओं से वंचित युवाओं एवं महिलाओं के लिए बड़ा विकल्प बनकर उभरा है। जिसका परिणाम है कि आज विश्वविद्यालय को यह उपलब्धि मिली है। विश्वविद्यालय का महिला अध्ययन केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में शिविर लगाकर महिलाओं में उच्च शिक्षा के लिए उत्साह जगा रहा है। जेल बंदियों, किन्नरों, अंगीकृत गांव की बालिकाओं तथा कोविड-19 की विभीषिका में अपने माता-पिता को खो चुके युवाओं के लिए विश्वविद्यालय ने उच्च शिक्षा प्रदान करने का बीड़ा उठाया है।

कुलपति ने सीका के निदेशक एवं उप निदेशक को दी बधाई

कुलपति प्रोफेसर सिंह ने सीका के निदेशक एवं उप निदेशक तथा विश्वविद्यालय परिवार को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय को नैक की मान्यता मिलने से अब सभी कार्यक्रम यथावत चलते रहेंगे। अब मुक्त विश्वविद्यालय को यूजीसी से 12बी की मान्यता मिलने में आसानी होगी, जिससे भौतिक संसाधन बढ़ने के साथ शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी। विश्वविद्यालय द्वारा जारी अंकतालिका और उपाधि पर नैक अक्रीडीटेड यूनिवर्सिटी लिखा मिलेगा। साक्षात्कार या अन्य विश्वविद्यालयों में प्रवेश लेने वाले शिक्षार्थियों की उपाधि की मान्यता बढ़ेगी। विश्वविद्यालय का सेंटर फॉर ऑनलाइन एजुकेशन विद्वान शिक्षकों से संबंधित पाठ्यक्रमों की रिकॉर्डिंग करवा कर ऑनलाइन प्रसारण की दिशा में तेजी से कार्य कर रहा है। जिसका लाभ पूरे उत्तर प्रदेश के छात्रों को मिल रहा है।



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Deepak Kumar

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