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कुम्भ बहुत बड़े पैमाने पर लोगों के मिलन का महोत्सव है- रामनाथ कोविंद
कुंभ मेले में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पुनरूत्थान शिखर सम्मेलन का दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया।गांधीवाद पुनरूत्थान शिखर सम्मेलन का शुभारम्भ एवं समापन राष्ट्र गान से हुआ। तत्पश्चात माननीय श्रीमती सविता कोविंद जी के कर कमलों से नारी शक्ति निषादराज समुदाय का सम्मान और सत्कार हुआ तथा उन्हें भेंट स्वरूप 50 महिलाओं को साड़ियां प्रदान की गयी।
प्रयागराज : कुंभ मेले में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पुनरूत्थान शिखर सम्मेलन का दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया।गांधीवाद पुनरूत्थान शिखर सम्मेलन का शुभारम्भ एवं समापन राष्ट्र गान से हुआ। तत्पश्चात माननीय श्रीमती सविता कोविंद जी के कर कमलों से नारी शक्ति निषादराज समुदाय का सम्मान और सत्कार हुआ तथा उन्हें भेंट स्वरूप 50 महिलाओं को साड़ियां प्रदान की गयी।
यह मेरा सौभाग्य है
महामहिम राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी ने अपने संदेश में कहा, यह मेरा सौभाग्य है कि भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद जी के बाद मुझे मोक्षदायनी गंगा के पावन तट पर कुम्भ मेले में आने का अवसर प्राप्त हुआ। यह एक सुखद संयोग है कि कुम्भ के आयोजन के साथ हम महात्मा गांधी की 150 वीं जन्म जयंती मना रहे है। कुम्भ की कल्पना मिलन की है। यह एक बहुत बड़े पैमाने पर लोगों के मिलन का महोत्सव है। कुम्भ, आस्था का चुम्बक है जो लोगों को खींच लाता है। कुम्भ एक अनूठा आयोजन है और विश्व के लिये आकर्षण का केन्द्र है। उन्होने कहा कि कुम्भ में जन समुदाय ही नहीं बल्कि करोड़ों की संख्या में साइबेरियन पक्षी भी आते है। कहीं न कहीं यह हमारा और उनका एक प्रगाढ़ सम्बंध है।
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स्लम प्वाइंट को सेल्फी प्वाइंट बनाया जा सके
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने बताया कि गांधीवाद पुनरूत्थान शिखर सम्मेलन का आयोजन महात्मा गांधी जी की 150 वीं जन्म जयंती के अवसर पर देश में एकता, सद्भाव, समरसता, शान्ति, भाईचारा और स्वच्छता का संदेश देश के सभी व्यक्तियों तक पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया है ताकि देश के प्रत्येक स्लम प्वाइंट को सेल्फी प्वाइंट बनाया जा सके।
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मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने अपना संदेश में कहा कि कुम्भ में राष्ट्रपति महोदय का आगमन हम सभी को प्रसन्नता प्रदान कर रहा है। कुम्भ के अवसर पर गांधी दर्शन शिखर सम्मेलन के आयोजन हेतु स्वामी चिदानन्द सरस्वती का अभिनन्दन करते हुये कहा कि 2 अक्टूबर 2018 से 2 अक्टूबर 2020 तक गांधी जी की 150 वीं जयंती के अवसर पर अखिल भारतीय स्तर पर और प्रदेश स्तर पर अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। कुम्भ गांधी जी की 150 वीं जयंती के कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अभियान है। उन्होंने कहा कि कुम्भ में पहली बार 1 लाख 22 हजार 500 इकोफ्रेंडली टॉयलेट बनाकर हमने गांधी जी के स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाने में योगदान प्रदान किया है।
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स्वच्छ भारत मिशन ने लोगों के जीवन में व्यापक स्तर पर परिवर्तन लाने का कार्य किया है। गांधी जी को इससे बड़ी श्रद्धाजंलि दूसरी नहीं हो सकती जब हम उनके दर्शन को व्यवहारिक रूप में जमीन पर उतार दें। मुख्यमंत्री ने बताया कि हम जल को परिशोधित करके ही गंगा जी में डाल रहे है। आजादी के बाद यह पहला अवसर है जब संगम में पर्याप्त जल स्तर है।
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इस अवसर पर श्रीमती सविता कोविंद जी, उत्तरप्रदेश के राज्यपाल राम नाइक , योगी आदित्यनाथ , परमाध्यक्ष परमार्थ चिदानन्द सरस्वती महाराज, आचार्य महामण्डलेश्वर जूना अखाड़ा स्वामी अवधेशानन्द गिरि जी महाराज, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि जी महाराज, अध्यक्ष हरिजन सेवक संघ श्री शंकर सान्याल , जीवा की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती ,कुमारी स्वाती , नगर विकास मंत्री उत्तरप्रदेश सरकार सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री उत्तरप्रदेश सरकार सिद्धार्थ सिंह , पर्यटन मंत्री उत्तरप्रदेश सरकार श्रीमती रीता जोशी बहुगुणा ,
उड्डयन मंत्री उत्तरप्रदेश सरकार नन्दगोपाल नंदी , मेयर प्रयागराज अभिलाषा गुप्ता , जस्टिस अरूण टण्डन , जस्टिस गिरधर मालवीय एवं अनेक विशिष्ट अतिथियों ने सहभाग किया।