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Mahakumbh 2025: महाकुंभ मे आईपीएस अधिकारियों की अनोखी पाठशाला, अखाड़े दे रहे है मैनेजमेंट का मंत्र

Mahakumbh 2025: संत महात्मा और सन्यासी जहां अपने संयम और त्याग से अपनी कठिन साधना को पूरा करने के संकल्प में लगे हैं तो वहीं इंडियन पुलिस सर्विस के सैकड़ों अधिकारी भी यहां पब्लिक मैनेजमेंट का गुर सीख रहे हैं।

Dinesh Singh
Published on: 3 Feb 2025 7:10 AM IST
Mahakumbh 2025 IPS News
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Mahakumbh 2025 IPS News (Photo Social Media)

Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में भक्ति , ज्ञान और कर्म की त्रिवेणी प्रवाहित हो रही है। संत महात्मा और सन्यासी जहां अपने संयम और त्याग से अपनी कठिन साधना को पूरा करने के संकल्प में लगे हैं तो वहीं इंडियन पुलिस सर्विस के सैकड़ों अधिकारी भी यहां पब्लिक मैनेजमेंट का गुर सीख रहे हैं। सनातन धर्म के अखाड़े उन्हें मैनेजमेंट का मूल मंत्र दे रहे हैं।

250 आईपीएस ले रहे अखाड़ों से मैनेजमेंट मंत्र

महाकुंभ नगर में साधना और अध्यात्म का बसंत है। कुंभ क्षेत्र के कोने कोने में भक्ति, ज्ञान और आस्था की बयार बह रही है। महाकुम्भ के सेक्टर 18 स्थित प्रभु प्रेमी संघ शिविर में भी ज्ञान की गंगा प्रवाहित हो रही है। यहां भक्त भी अनोखे है और उनका संकल्प भी अलग है। यह शिविर है श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी का जहां सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे भारतीय पुलिस सेवा में चयनित RR-77 बैच के प्रशिक्षु पुलिस अधिकारी उनसे गुरु मंत्र ले रहे है। राष्ट्रीय पुलिस अकादमी के एडीजी ट्रेनिंग बी.डी. पॉलसन के नेतृत्व 250 प्रशिक्षु अधिकारियों का दल महाकुंभ में प्रबंधन, व्यवस्था आदि के अध्ययन हेतु प्रयागराज महाकुंभ आया हुआ है।

प्रबंधन और महाकुंभ पर्व पर संवाद

भारतीय पुलिस सेवा की ट्रेनिंग पूरी कर रहे ये आई पी एस ट्रेनी अपनी सर्विस में ऐसे कई अवसर आएंगे जब उन्हें भीड़ प्रबंधन में अपनी परीक्षा देनी पड़ सकती है। ऐसे में संयम , धैर्य और एकाग्रता हर अधिकारी के लिए आवश्यक हो जाती है। जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि इन ट्रेनी आई पी एस को इसी संयम और एकाग्रता का मूल मंत्र दे रहे हैं। स्वामी अवधेशानन्द जी ने भारतीय पुलिस सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों से "महाकुंभ पर्व प्रबंधन" के विषय पर संवाद किया साथ ही उनकी जिज्ञासा का समाधान कर प्रबंधन के सूत्र प्रदान किये।



Ramkrishna Vajpei

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