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Maha Kumbh 2025: अक्षय पात्र कराएगा प्रतिदिन दस हजार श्रद्धालुओं को भोजन

Maha Kumbh 2025: अक्षय पात्र फाउंडेशन की तरफ से आगामी 13 जनवरी 2025 से प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला में विशेष शिविर लगाया जाएगा।

Manvendra Kumar
Published on: 7 Jan 2025 10:36 AM IST
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Akshaya Patra Foundation Kitchen on Wheels (social media) 

Maha Kumbh 2025: अक्षय पात्र फाउंडेशन की तरफ से आगामी 13 जनवरी 2025 से प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला में विशेष शिविर लगाया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने अक्षय पात्र के लिए मेला क्षेत्र के पास "किचन ऑन व्हील्स" के लिए जगह दी है। यह जानकारी देते हुए 'दी अक्षय पात्र फाउंडेशन' के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री भरतर्षभ दास ने कहा कि हमारा लक्ष्य सेवा देना है।

कुंभ मेला दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक सम्मेलन होने के साथ ही विश्वास, आस्था और संस्कृतियों के मिलन का महापर्व भी है। भारत में इसकी परंपरा अत्यंत प्राचीन है। इसमें पूरी दुनिया भर से साधू, संत, तपस्वी, तीर्थयात्री शामिल होते हैं। इस महापर्व का आयोजन चार प्रमुख धार्मिक स्थलों पर हर 12 साल में किया जाता है, जो लगभग 48 दिनों तक जारी रहता है। इन चार धार्मिक स्थलों पर कुंभ लगने के पीछे की कथा समुद्र मंथन से जुड़ी हुई है। समुद्र मंथन के दौरान जब अमृत कलश निकला तो उसकी चार बूंदे इन स्थलों पर गिरीं जिसके बाद से यहां कुंभ का आयोजन किया जाने लगा। सामान्य कुंभ मेला हर तीन साल में होता है,अर्धकुंभ छह साल में और पूर्ण कुंभ बारह साल में आयोजित किया जाता है। प्रत्येक 144 साल के बाद जो कुंभ मेला आयोजित होता है उसे महाकुंभ कहा जाता है। प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी 2025 से प्रारम्भ होगा। महाकुम्भ मेला के दौरान अन्नदान का अत्यधिक महत्व है। भूखों को खाना खिलाना हिंदू धर्म में सबसे उच्चतम रूप में दान माना जाता है।

अक्षय पात्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री भरतर्षभ दास ने कहा कि हम महाकुंभ यात्रा करने आए श्रद्धालुओं की सेवा करने को लेकर उत्साहित हैं, जो भारत के विभिन्न हिस्सों से आ रहे हैं। हम प्रसन्न हैं कि हम उन्हें अच्छा, स्वच्छ संपूर्ण भोजन के रूप में अन्नदान देने में भागीदार बन पा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दाताओं के सहयोग एवं समर्थन से हम यह कार्य कर पा रहे हैं। हमें यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि हमने 2018-19 के कुम्भ मेला के दौरान तीर्थयात्रियों को 50 दिनों में लगभग छः लाख श्रद्धालुओं को भोजन परोसने का कार्य किया था।


महाकुंभ में संगम क्षेत्र के पास अक्षय पात्र फाउंडेशन मेला क्षेत्र में अपना किचन ऑन व्हील्स स्थापित कर 10,000 श्रद्धालुओं को भोजन वितरण करेगा। अक्षय पात्र द्वारा डिजाइन किया गया कस्टमाइज्ड मोबाइल वाहन में त्वरित भोजन बनाने की क्षमता है। इसमें कई प्रकार के उपकरण लगे हैं जो भोजन बनाने में मददगार साबित होते हैं। भोजन तैयार करने से लेकर उसे डिलीवर करने तक हमारी अस्थायी रसोई हर दिन काम करेगी, जिसमें दो सबसे ज़रूरी तत्वों को ध्यान में रखा जाएगा: स्वच्छता और गुणवत्ता। इस अस्थायी रसोई में खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला पानी खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए BIS10500 मानकों को पूरा करेगा। अक्षय पात्र फाउंडेशन किचन ऑन व्हील्स के माध्यम से जरुरतमंदों के लिए खिचड़ी, पुलाव, जीरा चावल, तेहरी, घी-चावल, राजमा, सब्जी, छोले,दाल, अचार आदि वितरित होंगे। भोजन वितरण सुबह आठ बजे से रात नौ बजे तक होगा।


जानें अक्षय पात्र फाउंडेशन को

श्रील प्रभुपाद की प्रेरणा से वैश्विक हरे कृष्ण मूवमेंट के अध्यक्ष श्री मधु पंडित दास जी ने कक्षा में उपजती भूख को खत्म करने के उदेश्य से 'द अक्षय पात्र फाउंडेशन' की नींव वर्ष 2000 में रखी गई। आज अक्षय पात्र फाउंडेशन चार अरब बच्चों को गर्म और पौष्टिक भोजन परोस चुका है। इसका जश्न संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत सरकार ने मनाया।


अक्षय पात्र 77 केंद्रीकृत रसोइयों को 16 राज्यों में और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में सफलतापूर्वक संचालित कर रहा है। इन सब में दो प्रदेश ऐसे भी हैं जहां विकेंद्रीकृत रसोइयों में भोजन पकाया जाता है । इन रसोइयों की भव्यता और इनके कार्य कौशल की वजह से ही मध्याह्न भोजन द्वारा अधिक से अधिक लोगों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। कोरोना काल में संस्था ने 23 करोड़ लोगों को भोजन, राशन सहित अन्य सामाग्रियों का वितरण किया। हाल ही में केरल के वायनाड और असम के प्राकृति आपदा के समय देवदूत बन कर आया और लोगों को राहत पहुंचाया।





Ramkrishna Vajpei

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