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Dengue in UP: डेंगू के बढ़ते मामलों पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने लिया स्वतः संज्ञान, यूपी सरकार से जवाब तलब
UP Dengue News: राजधानी लखनऊ और प्रयागराज में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। संगमनगरी में बढ़ते मामलों पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया है। हाईकोर्ट ने जनहित याचिका कायम करते हुए यूपी सरकार से जवाब मांगा है।
Allahabad HC on Dengue : मौसमी बदलाव के साथ उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में डेंगू (Dengue in UP) और चिकनगुनिया (chikungunya) का प्रकोप देखने को मिल रहा है। इस बीच राजधानी लखनऊ, संगम नगरी प्रयागराज सहित अन्य जिलों में डेंगू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इससे कई इलाकों में दहशत व्याप्त है। वहीं, अब प्रयागराज में डेंगू के बढ़ते मामलों के मद्देनजर इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) ने स्वतः संज्ञान लिया है।
दरअसल, उच्च न्यायालय ने स्वतः संज्ञान लेकर जनहित याचिका कायम करते हुए यूपी सरकार से जवाब मांगा है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रयागराज में डेंगू (Dengue Cases in Prayagraj) के बढ़ते मामलों के मद्देनजर स्वतः संज्ञान लेते हुए जनहित याचिका कायम कर प्रदेश सरकार से डेंगू और चिकनगुनिया के बढ़ते मामलों की रोकथाम और उठाए जा रहे कदमों की जानकारी मांगी है।
कई वकील डेंगू-चिकनगुनिया की चपेट में
इस मामले में हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार और प्रयागराज के अफसरों को जवाब देने के लिए हफ्ते भर का समय दिया है। सरकार और अधिकारियों को जल्द ही अपना जवाब हाईकोर्ट के सामने दाखिल करना होगा। दरअसल, न्यायालय में प्रैक्टिस करने वाले कई वकीलों के डेंगू और चिकनगुनिया की चपेट में आने के बाद अदालत ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया है।
हाईकोर्ट ने पिछले साल भी लिया था स्वतः संज्ञान
हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेकर जनहित याचिका कायम कर चीफ जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर (Chief Justice Pritinker Diwakar) और जस्टिस अजय भनोट (Justice Ajay Bhanot) की डिवीजन बेंच ने सुनवाई की है। अब इस मामले में अगली सुनवाई 6 नवंबर, 2023 को होगी। गौरतलब है कि, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इसी तरह पिछले साल भी डेंगू के बढ़ते मामलों पर स्वतः संज्ञान लिया था। जरूरी दिशा निर्देश भी जारी किए थे।
प्रयागराज में सुबह-शाम हो रही फॉगिंग
आपको बता दें, प्रयागराज में एक ओर जहां कई इलाकों में डेंगू मामले चिंता का सबब बने हैं, वहीं नगर निगम की ओर से इसकी रोकथाम की कोशिशें की जा रही हैं। अधिकांश इलाकों में मच्छरों की रोकथाम के लिए सुबह और शाम फॉगिंग की जा रही है। साथ ही, एंटी लार्वा केमिकल (anti larva chemical) का भी छिड़काव किया जा रहा है, जिससे मच्छरों की संख्या को बढ़ने से रोका जा सके।