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Prayagraj Kumbh 2025: महाकुंभ में गूंजेगी गुरुओं की वाणी, अखाड़ा क्षेत्र में श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल का भूमि पूजन संपन्न

Prayagraj Kumbh 2025: महाकुंभ के अखाड़े क्षेत्र में आस्था और अध्यात्म के विविध रंगों का मेल हो रहा है। भगवान शिव के साधक और संतों की अखाड़ा क्षेत्र में मौजूदगी के बाद अब गुरुनानक समेत सिक्खों के दसों गुरुओं की वाणी भी त्रिवेणी की भक्ति की धारा में प्रवाहित होने लगी है।

Dinesh Singh
Published on: 2 Dec 2024 6:40 PM IST
Bhoomi Pujan of Shri Panchayati Akhara Nirmal completed in Akhara area
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अखाड़ा क्षेत्र में श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल का भूमि पूजन संपन्न: Photo- Newstrack

Prayagraj Kumbh 2025: प्रयागराज में त्रिवेणी की रेती पर आस्था की आध्यात्मिक नगरी बसने लगी है। हर हर महादेव के बाद अब गुरुओं की वाणी भी उतरने लगी है। अखाड़ा क्षेत्र में श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल अखाड़ा का भूमि पूजन विधि विधान से संपन्न होने के बाद अब यहां पंच प्यारे के आगमन का भी रास्ता खुल गया है।

अखाड़ा क्षेत्र में गूंजेगी गुरु ग्रन्थ साहिब की वाणी

महाकुंभ के अखाड़े क्षेत्र में आस्था और अध्यात्म के विविध रंगों का मेल हो रहा है। भगवान शिव के साधक और संतों की अखाड़ा क्षेत्र में मौजूदगी के बाद अब गुरुनानक समेत सिक्खों के दसों गुरुओं की वाणी भी त्रिवेणी की भक्ति की धारा में प्रवाहित होने लगी है। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के साधु संतो ने पूरे विधि विधान से अपने अखाड़े का भूमि पूजन संपन्न का पंच प्यारों के आगमन का रास्ता बन गया है। अखाड़े के सचिव आचार्य देवेंद्र शास्त्री का कहना है कि सभी प्रमुख अखाड़ों के पदाधिकारियों की मौजूदगी में निर्मल अखाड़े का भूमि पूजन पूरा होने के बाद अब अखाड़े का शिविर निर्माण शुरू हो जायेगा।


12 दिसंबर को होगी निर्मल अखाड़ा की धर्म ध्वजा

एक तरफ जहां सभी अखाड़ों में आकर्षण और प्रदर्शन की झलक दिखती है वहीं श्री पंचायती अखाड़ा अपनी सेवा और सहजता के कारण अलग दिखता है। इस अखाड़े में नगर प्रवेश की परंपरा नहीं है। निर्मल अखाड़ा के सचिव आचार्य देवेंद्र शास्त्री बताते हैं कि भूमि पूजन के बाद अब 12 दिसंबर को अखाड़े की धर्म ध्वजा स्थापित की जाएगी। 60 फिट ऊंचे दंड में पताका स्थापित होगी।

केशरी रंग की निर्मल अखाड़े की पताका में ओंकार का निशान होता है। धर्म ध्वजा स्थापित होने के बाद शिविरों के निर्माण और पूजा स्थल का निर्माण होगा। पूजा स्थल के पास ही गुरु वाणी के पाठ और कीर्तन के लिए विशेष साधना स्थल बनेगा।



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Shashi kant gautam

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