TRENDING TAGS :
Akhilesh Yadav on Mahakumbh: महाकुंभ में अव्यवस्था के चलते किसी योग्य व्यक्ति को दी जाए शासन की कमान, अखिलेश यादव का सरकार पर निशाना
Akhilesh Yadav on Mahakumbh: प्रयागराज में महाकुम्भ में स्नान करने के लिए करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हुए हैं। जिसके चलते सारी व्यवस्थाएं उथल- पुथल हो गई हैं।
Akhilesh Yadav on Mahakumbh: महाकुम्भ में इस समय स्नान के लिए करोड़ों की संख्या में लोग एक साथ पहुंचे हुए हैं। जिसके चलते प्रशासन की सारी व्यवस्थाएं धरी की धरी रह गई हैं। लोग महाकुम्भ में स्नान करने के लिए चारों दिशाओं से चले आ रहे हैं। आस पड़ोस के राज्यों से भी भारी संख्या में लोग प्रयागराज की तरफ आ रहे हैं। इतनी भीड़ की वजह से न तो लोग प्रयागराज आ पा रहे हैं और न ही प्रयागराज से जा पा रहे हैं। जो लोग इस जाम में फंसे हुए हैं वो घंटों उसी में फंसे हैं और भूख- प्यास से भी परेशान हो गए हैं। इसे देखते हुए समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधा है।
अखिलेश यादव ने क्या लिखा
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए अखिलेश यादव ने लिखा, प्रयागराज में चतुर्दिक जाम की वजह से न तो खाने-पीने के लिए खाद्यान्न और सब्ज़ी मसाले उपलब्ध हो पा रहे हैं और न ही दवाई, पेट्रोल-डीज़ल। इससे प्रयागराज व महाकुंभ परिसर तथा प्रयागराज आने-जानेवाले मार्गों पर फँसे करोड़ों भूखे-प्यासे, थके-हारे श्रद्धालुओं की हालत हर घंटे बद से बदतर होती जा रही है। ये एक अति गंभीर स्थिति है। जैसे राज्यों में सांविधानिक तंत्र फ़ेल हो जाने पर कमान किसी और को दे दी जाती है वैसे ही महाकुंभ में अव्यवस्थाओं का अंबार देखते हुए किस योग्य व्यक्ति को शासन की कमान दे दी जाए। अयोग्य लोग झूठा प्रचार कर सकते हैं, सच्ची व्यवस्था नहीं।"
कई किलोमीटर तक लगा लम्बा जाम
प्रयागराज महाकुंभ में रविवार को अवकाश होने के कारण श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे संगम जाने वाले सभी मार्गों पर 10 से 15 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। इसका असर वाराणसी, लखनऊ, कानपुर और रीवा से आने-जाने वाले मार्गों पर भी पड़ा। हजारों वाहन घंटों तक फंसे रहे और यात्री भूखे-प्यासे जाम खुलने का इंतजार करते रहे। गाड़ियां बेहद धीमी गति से रेंग रही थीं, जिससे प्रशासन की व्यवस्थाएं चरमरा गईं। भीड़ और अव्यवस्था के कारण श्रद्धालुओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन राहत के कोई ठोस इंतजाम नजर नहीं आए।