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Mauni Amavasya 2024: संगम तट पर उमड़ा जनसैलाब, श्रद्धालु लगा रहे आस्था की डुबकी
Mauni Amavasya 2024: कड़ाके की ठंड के बावजूद लाखों की संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। ऐसी मान्यता है कि त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाने से श्रद्धालुओं के शरीर के साथ ही आंतरिक काया का भी शुद्धिकरण होता है।
Mauni Amavasya 2024: माघ मेला का तीसरा प्रमुख स्थान पर्व मौनी अमावस्या आज यानि शुक्रवार (8 फरवरी) को है। इस दिन पवित्र संगम जल में आस्था की डुबकी लगाने से अच्छे फल की प्राप्ति होती है। इसी कामना के साथ सुबह से ही गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी पर आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा है। कड़ाके की ठंड के बावजूद लाखों की संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। ऐसी मान्यता है कि त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाने से श्रद्धालुओं के शरीर के साथ ही आंतरिक काया का भी शुद्धिकरण होता है।
मौनी अमावस्या पर दान करने से मिलता है लाभ
मौनी अमावस्या का पर्व तप योग का पर्व है। मौनी अमावस्या के दिन परिक्रमा, पूजन, स्नान, दान, तप और योग का विधान है। इस बार ग्रह और नक्षत्र के अद्भुत संयोग से महोदय और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है। इस संयोग के चलते त्रिवेणी में स्नान का महत्व कई गुना बढ़ गया है। मौनी अमावस्या पर तिल के साथ ही अपनी सामर्थ्य़ के मुताबिक दान करना विशेष लाभकारी होता है। इस दिन कल्पवासियों द्वारा चौरासी प्रकार के दान किये जाने की भी परंपरा है। श्रद्धालुओं को मौन रहकर गंगा में कम से कम तीन डुबकी अवश्य लगानी चाहिए। आज ब्रह्म मुहूर्त से पूरे दिन मौनी अमावस्या के स्नान का पुण्य लाभ श्रद्धालुओं और कल्पवासियों को मिलेगा।
हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की तैयारी
वहीं, योगी सरकार की ओर से भी मौनी अमावस्या के महापर्व पर श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संतों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की तैयारी की गई है। मौनी अमावस्या पर आने वाले श्रद्धालुओं की हेलीकॉप्टर से निगरानी की की जा रही है। माघ मेले में मौनी अमावस्या के स्नान पर्व पर करीब एक करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है।