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Mahakumbh 2025: बिना अन्न जल के 41 साल से चाय की चुस्की में जिंदा है अनोखा हठ योगी, प्रसाद में देता है पीसीएस परीक्षा के नोट्स

Mahakumbh 2025: महाकुंभ नगर में ऐसे ही एक हठयोगी है दिनेश स्वरूप ब्रह्मचारी । इनका संकल्प और साधना सुनकर हर कोई हैरत में पड़ जाएगा।

Dinesh Singh
Published on: 9 Jan 2025 10:16 PM IST
Mahakumbh 2025
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Hatha yogi Dinesh Swaroop Brahmachari (social Media image)

Mahakumbh 2025: महाकुंभ नगर। संगम किनारे लगे आस्था के जन समागम महाकुंभ में भक्ति, साधना और योग के कई रूप देखने को मिल रहे हैं । महाकुंभ नगर में ऐसे ही एक हठयोगी है दिनेश स्वरूप ब्रह्मचारी । इनका संकल्प और साधना सुनकर हर कोई हैरत में पड़ जाएगा।

41 साल से नहीं लिया अन्न जल सिर्फ चाय पर हैं जिंदा

यूपी के बुंदेलखंड के महोबा के रहने वाले दिनेश स्वरूप ब्रह्मचारी के पिता एक विद्यालय में प्राचार्य थे। पिता की मृत्यु के बाद अनुकम्पा में शिक्षक की नौकरी मिली लेकिन उन्होंने नौकरी करने की जगह गृहस्थ जीवन से संन्यास ले लिया।अब इनका दूसरा नाम पयहारी मौनी महराज है। मौनी महराज पिछले 41 साल से अन्न और जल त्याग चुके हैं। 41 साल से सिर्फ चाय की चुस्की पर जिंदा है। मौनी महराज ने हठ योग के अंतर्गत जब यह संकल्प लिया तो डाक्टरों ने उन्हें बहुत समझाया लेकिन उन्होंने अपना संकल्प नहीं बदला। मौनी महराज के दो ओपन बाई पास सर्जरी हो चुकी है । अस्सी फीसदी हार्ट भी काम नहीं करता बावजूद इसके वह पूरी तरह फिट है। खुद डॉक्टर भी उनके इस संकल्प और जिजीविषा से हैरान हैं।


प्रसाद में लीजिए पीसीएस परीक्षा के नोट्स

मौनी महराज का आश्रम शिवशक्ति बजरंग धाम मंदिर चिलबिला , प्रतापगढ़ में हैं। बाला जी भगवान इनके इष्ट देवता है लेकिन इनका मंदिर ऐसा है जैसा आपने कभी सुना भी न हो। इनके मंदिर में बाला जी भगवान की तस्वीर के साथ पीसीएस परीक्षा में तैयारी करने के लिए पढ़ी जाने वाली हजारों पुस्तके मिलेंगी। मौनी महराज खुद बीएससी बायो है। अपने संकल्प को जीवन का मिशन बनाते हुए वह हर समय इन पुस्तकों से नोट्स बनाते रहते हैं। इन नोट्स को वह प्रशासनिक परीक्षाओं की तैयारी कर रहे प्रतियोगी छात्रों को प्रसाद के तौर पर देते हैं। उनके शिष्य और प्रशासनिक परीक्षा की तैयारी कर रहे भारतेंद बताते हैं कि मौनी महराज वन लाइनर नोट्स बनाकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आने वाले छात्रों को वितरित कर देते हैं। जो छात्र उनके पास नहीं आ पाते उन्हें इन नोट्स का पीडीएफ बनाकर व्हाट्सएप से शेयर कर देते हैं। उनके दूसरे शिष्य विकास का कहना है कि महराज ने ऐन सी आर टी की सभी किताबें और प्रशासनिक परीक्षा में पठनीय हजारों किताबें पढ़ी हैं जिसका निचोड़ है उनके नोट्स। अब तक कई दर्जन छात्र उनके ये नोट्स पढ़कर पीसीएस की नौकरी हासिल कर चुके हैं।

कुंभ में साधना और हठ योग के अद्भुत योगी देखने को मिल रहे हैं। ऐसे ही हठ योगी संत है पाय हारी मौनी बाबा जिन्होंने 41 साल से अन्न और जल ग्रहण नहीं किया है। बाबा केवल चाय पीकर अपना हठ योग पूरा कर रहे हैं। Bsc बायो करने के बाद संन्यास ले चुके बाबा प्रसाद के तौर पर प्रतियोगी परीक्षाओं के छात्रों को पीसीएस के नोट्स देते है जिन्हें वो खुद दर्जनों पुस्तक का अध्ययन करने के बाद तैयार करते हैं और गरीब प्रतियोगी छात्रों को पीडीएफ या हार्ड कॉपी में देते हैं। बाबा के कई शिष्य अब तक प्रशासनिक अधिकारी भी बन चुके हैं।



Ramkrishna Vajpei

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