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Mahakumbh 2025: कुंभ क्षेत्र में उदासीन अखाड़ों की बिखरी छटा, दोनों उदासीन अखाड़ों का छावनी में भूमि पूजन संपन्न
Mahakumbh 2025: श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन और नया उदासीन अखाड़ों के लिए आबंटित की गई भूमि में सैकड़ों साधु संतो और कुंभ प्रशासन की अगुवाई में कुंभ में भूमि आबंटन की परम्परा को पूरा किया गया।
Prayagraj News: प्रयागराज में कुंभ क्षेत्र अखाड़ों की गतिविधियां से गुलजार होने लगा हैं। सभी 13 अखाड़ों के कुंभ क्षेत्र में भूमि आबंटन और सन्यासी अखाड़ों के भूमि पूजन के बाद अब उदासीन अखाड़ों ने भी अपनी बसावट को अंजाम देने के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम पूरा किया है । श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन और नया उदासीन अखाड़ों के लिए आबंटित की गई भूमि में सैकड़ों साधु संतो और कुंभ प्रशासन की अगुवाई में कुंभ में भूमि आबंटन की परम्परा को पूरा किया गया।
उदासीन अखाड़ों ने कुंभ क्षेत्र में शुरू की बसावट
प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे महाकुंभ में अखाड़ों की चहल पहल बढ़ने लगी है। अखाड़ों को भूमि वितरित करने के बाद अब अखाड़ों ने अपने शिविर स्थापित करने की प्रकिया शुरू कर दी। शिविर स्थापना से पूर्व अखाड़ों ने भूमि पूजन की परम्परा पूरी की । संन्यासी अखाड़ों के बाद गुरुवार को उदासीन अखाड़ों ने भी कुंभ क्षेत्र में अपने अखाड़ों का भूमि पूजन संपन्न किया। पूरे विधि विधान के साथ भूमि पूजन की प्रक्रिया संपन्न हुई। श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाण के श्री महंत दुर्गादास का कहना है कि उदासीन सभी अखाड़ों ने कुंभ क्षेत्र में भूमि पूजन कर सभी देवी देवताओं को कुंभ क्षेत्र में आने के लिए आमंत्रित किया गया। सुबह गंगा पूजन के बाद यह अनुष्ठान संपन्न हुआ।
भूमि पूजन के बाद कुंभ क्षेत्र में सजेंगे उदासीन अखाड़ों के भव्य शिविर
उदासीन अखाड़ों के लिए आबंटित भूमि में उनके दो अखाड़ों और एक उप अखाड़े ने अपना भूमि पूजन किया। जिन अखाड़ों ने यहां आज भूमि पूजन किया उसमें श्री पंचायती बड़ा उदासीन, श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन और उप अखाड़ा बंधवा हसन पुर शामिल है। इसके पूर्व सन्यासी अखाड़ों ने भूमि पूजन किया था। श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन के महा मंत्री महंत जगतार का कहना है कि इस बार अखाड़ों के लिए सरकार ने जिस तरह से विशेष व्यवस्था की है उससे आज से उदासीन अखाड़े का वैभव भी आज से कुंभ क्षेत्र में नज़र आएगा।
भूमि पूजन में सभी 33 कोटि देवी देवताओं को आमंत्रित कर उन्हें कुंभ क्षेत्र में वास करने के लिए आवाहन किया गया। अखाड़ा परिषद सहित सभी अखाड़ों के प्रतिनिधि कार्यक्रम में मौजूद रहे।