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Mahakumbh 2025: महाकुंभ से उठेगी वक्फ बोर्ड के खिलाफ आवाज, विहिप के संत सम्मेलन में काशी-मथुरा के लिए भी बढ़ेगा दबाव

Mahakumbh 2025: 24 जनवरी को होने वाली केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक के दौरान ही 25 और 26 जनवरी को होने वाले संत सम्मेलन का एजेंडा तय किया जाएगा।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 21 Jan 2025 12:32 PM IST
Mahakumbh 2025: महाकुंभ से उठेगी वक्फ बोर्ड के खिलाफ आवाज, विहिप के संत सम्मेलन में काशी-मथुरा के लिए भी बढ़ेगा दबाव
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महाकुंभ से उठेगी वक्फ बोर्ड के खिलाफ आवाज   (photo: social media )

Mahakumbh 2025: प्रयागराज में भव्य महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है। महाकुंभ के दौरान विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं और ऐसे में सबकी निगाहें विहिप के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक और संत सम्मेलन पर भी लगी हुई हैं। विहिप की ओर से 24 जनवरी से 27 जनवरी तक विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन होना है।

जानकारों का मानना है कि विहिप के इन आयोजनों के जरिए वक्फ बोर्ड को खत्म करने के साथ ही काशी और मथुरा के लिए दबाव बढ़ाया जाएगा। 24 जनवरी को होने वाली केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक के दौरान ही 25 और 26 जनवरी को होने वाले संत सम्मेलन का एजेंडा तय किया जाएगा।

मार्गदर्शक मंडल की बैठक में तय होगा एजेंडा

पिछले कई कुंभ मेलों के दौरान विहिप के संत सम्मेलनों में अयोध्या का मुद्दा छाया रहा था। 2019 के कुंभ मेले के दौरान अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण का संकल्प लिया गया था। अब यह संकल्प पूरा हो चुका है और अयोध्या में भव्य राम मंदिर आकार ले चुका है। अयोध्या में देश-दुनिया से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। अब इस बार के महाकुंभ में होने वाले संत सम्मेलन पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं। विहिप से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इस बार वक्फ बोर्ड को खत्म करने का मुद्दा सबसे ऊपर है।

संत सम्मेलन के आयोजन से पूर्व 24 जनवरी को विहिप के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है। इस बैठक के दौरान संत सम्मेलन के एजेंडे पर मुख्य रूप से चर्चा की जाएगी। बैठक के दौरान तय किए गए एजेंडे पर संत सम्मेलन के दौरान सहमति बनाने की कोशिश की जाएगी।


वक्फ बोर्ड की जमीन के दावे पर बिफर गए थे योगी

वक्फ बोर्ड की ओर से जमीनों को लेकर की जा रही दावेदारी को लेकर हिंदू समाज में काफी नाराजगी दिखती रही है। इसलिए वक्फ बोर्ड को खत्म करने के मुद्दे पर ज्यादा जोर दिए जाने की संभावना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पिछले दिनों वक्फ बोर्ड को लेकर तीखी टिप्पणी की थी।

दरअसल महाकुंभ शुरू होने से पहले मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी की ओर से दावा किया गया था कि महाकुंभ वक्फ बोर्ड की जमीन पर हो रहा है। उनके इस दावे पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि यह वक्फ बोर्ड है या भू माफिया बोर्ड। योगी का यह भी कहना था कि इस तरह के उल्टे-सीधे दावे करके माहौल को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है।


विहिप के आयोजनों पर लगी हैं सबकी निगाहें

इस बीच विहिप के अखिल भारतीय संत संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी का कहना है कि विहिप के शिविर में आयोजित होने वाले संत सम्मेलन के दौरान वक्फ बोर्ड का मुद्दा उठने की प्रबल संभावना है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक के दौरान संत सम्मेलन के एजेंडे को तय किया जाएगा। विहिप के महाकुंभ नगर स्थित शिविर में अयोध्या के बाद काशी और मथुरा का मुद्दा भी प्रमुखता से उठने पर चर्चा की जा रही है।


माना जा रहा है कि संत सम्मेलन के दौरान काशी और मथुरा का मुद्दा भी प्रमुखता से उठ सकता है। इसके साथ ही मंदिरों पर से सरकारी नियंत्रण खत्म किए जाने की मांग भी उठने की संभावना है। विहिप शिविर में संत सम्मेलन का आयोजन 25 और 26 जनवरी को होने वाला है। इससे पहले 24 जनवरी को केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक होगी। 25 जनवरी को साध्वी सम्मेलन का आयोजन होने वाला है जबकि 27 जनवरी को युवा संत सम्मेलन का आयोजन होगा। महाकुंभ के दौरान विहिप के इन आयोजनों को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।



Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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