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Prayagraj News: महाकुंभ भगदड़ के बाद हुए पांच बड़े बदलाव, जानें किन- किन चीजों पर लगी रोक
Prayagraj News: महाकुम्भ में मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ के बाद पूरे प्रयागराज में पांच बड़े बदलाव किये गए हैं।
Prayagraj News: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन बड़ी भगदड़ मच गई, जिससे 30 श्रद्धालुओं की जान चली गई और 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इस दर्दनाक घटना के बाद मेला प्रशासन और जिला प्रशासन ने कुंभ मेले में भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है। सुरक्षा बढ़ाने के लिए पांच बड़े बदलाव लागू किए गए हैं, ताकि आगे इस तरह की दुर्घटनाएं न हो सकें।
महाकुम्भ में हुए पांच बड़े बदलाव
1. पूरा मेला क्षेत्र नो-व्हीकल जोन घोषित
भगदड़ की एक वजह भारी भीड़ और वाहनों का बेतरतीब आवागमन भी था। इसे देखते हुए प्रशासन ने कुंभ मेला क्षेत्र को पूरी तरह से नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया है। अब किसी भी वाहन को मेला क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। इससे पैदल श्रद्धालुओं को आसानी से चलने का रास्ता मिलेगा और अव्यवस्था नहीं फैलेगी।
2. VVIP पास किए गए रद्द
पहले खास लोगों को दिए गए VVIP पास के जरिए वाहन सीधे मेला क्षेत्र में जा सकते थे, जिससे कई जगह भीड़ जमा हो जाती थी। अब प्रशासन ने ऐसे सभी विशेष पास रद्द कर दिए हैं। अब कोई भी व्यक्ति किसी भी विशेष अनुमति के आधार पर वाहन नहीं ला सकेगा, जिससे ट्रैफिक और भीड़ को नियंत्रित किया जा सकेगा।
3. वन-वे मार्ग व्यवस्था लागू
कुंभ में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं, जिससे कई बार रास्तों पर अत्यधिक भीड़ हो जाती है और भगदड़ जैसी घटनाएं होती हैं। इसे रोकने के लिए वन-वे मार्ग व्यवस्था लागू कर दी गई है। अब श्रद्धालु केवल एक ही दिशा में जा सकेंगे और वापसी के लिए अलग रास्ता दिया जाएगा। इससे लोगों का आवागमन सुचारु रूप से होगा और भीड़ जमा होने की संभावना कम होगी।
4. प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों की एंट्री पर रोक
महाकुंभ में देशभर से लोग आते हैं और बड़ी संख्या में वाहन शहर में प्रवेश करते हैं, जिससे ट्रैफिक जाम और अव्यवस्था पैदा होती है। इसे रोकने के लिए प्रशासन ने अब प्रयागराज के आसपास के जिलों से आने वाले वाहनों को जिले की सीमा पर ही रोकने का फैसला किया है। अब श्रद्धालुओं को निर्धारित पार्किंग क्षेत्रों में वाहन खड़ा करके सार्वजनिक परिवहन या पैदल ही मेले में जाना होगा।
5. 4 फरवरी तक सख्त प्रतिबंध
प्रशासन ने फैसला किया है कि 4 फरवरी तक शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगी। इसका उद्देश्य मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को संतुलित करना और ट्रैफिक की समस्या को कम करना है।
बता दें कि महाकुंभ भगदड़ की घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरी संवेदना व्यक्त की और इसे प्रशासन के लिए एक सबक बताया। उन्होंने इस मामले की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न दोहराई जाएं। जांच आयोग की अध्यक्षता सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति हर्ष कुमार करेंगे, जबकि पूर्व डीजीपी वीके गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डीके सिंह इस आयोग के सदस्य होंगे।