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Prayagraj: संगम नगरी में ईद पर बाजार हुए गुलजार, जमकर हो रही है खरीदारी
Prayagraj: ईद की खुशियां समेटने के लिए क्या अमीर क्या गरीब ,सभी तैयारियों में मशरूफ है। हर शख्स अपने अंदाज़ में ईद मनाने की तैयारियों में लगा हुआ है।
Prayagraj News: पूरे देश में ईद का त्योहार 10 या 11 अप्रैल को मनाया जाएगा। हर साल की तरह इस बार भी ईद के बाज़ारो में रौनक दिखाई दे रही है। प्रयागराज के हर बाजार ग्राहकों की भीड़ से गुलज़ार नज़र आ रहे है। चाहे चौक हो, रोशन बाग हो, कोठा पारचा हो, कटरा या फिर सिविल लाइन्स के बाज़ार। जैसे-जैसे ईद करीब आ रही है। वैसे-वैसे प्रयागराज में बाजारों की रौनक अपने शबाब पर पहुंच गई है। प्रयागराज में सबसे ज्यादा भीड़ रोशन बाग़ और चौक के बाज़ारों में देखी जा रही है। खाने-पीने से लेकर कपड़ों और टोपी की दुकानों में खरीददारों का तांता लगा हुआ है। हालांकि इस बार भी महंगाई का असर देखा जा रहा है फिर भी लोग अपने त्यौहार को मनाने के लिए जमकर खरीदारी करते हुए नजर आ रहे हैं।
ईद की खुशियां समेटने के लिए क्या अमीर क्या गरीब ,सभी तैयारियों में मशरूफ है। हर शख्स अपने अंदाज़ में ईद मनाने की तैयारियों में लगा हुआ है। बाज़ारों में रौनक चरम पर है। पूरे देश में ईद 10 या 11 अप्रैल को मनाई जाएगी। ऐसे में प्रयागराज के बाजारों में रौनक बढ गई है। महिलायें ईद से जुड़े सामानों को लेने के लिए प्रयागराज के कई बाज़ारो में खरीददारी करती नज़र आ रही हैं। कोई ईद पर पहनने वाली टोपी खरीद रहा है तो कोई कपड़े ,कोई सेवई, तो कोई बर्तन और श्रृंगार के समान खरीद रहा।
दुकानदारों की मानें तो बढती महंगाई के बावजूद भी इस बार बिक्री अच्छी हो रही है। रमजान के पाक महीने की शुरुआत होते ही खरीदारी में इजाफा देखने को मिला है। सेवई कारोबारियों की बात माने तो इस बार सिवई की डिमांड पिछली बार से अधिक है। मशहूर दिलीप सेवई के मालिक तौफीक अहमद ने बताया कि उत्तर प्रदेश के साथ-साथ अन्य राज्यों में सिवई की काफी डिमांड है। लोग जमकर ईद का त्योहार मनाएंगे।
उधर खरीददारों का कहना है कि महंगाई जरूर है लेकिन त्योहार पर इसका कोई असर नहीं होगा।, बाजारों में रौनक है और सभी को ईद के पर्व का इंतजार है। बता दें माहे रमजान इबादत और व्रत का महीना होता है। पूरे एक महीने के रोज़े (व्रत) के बाद ईद मनाई जाती है। ईद में हर मुस्लिम समुदाय के लोग नया कपडा पहनते है, मस्जिदों में नमाज़ पढ़ने जाते है जिसके बाद गले मिलके एक दूसरे को बधाई देते है।