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Prayagraj News: जहां त्रेता युग में मिले राम और भारद्वाज वहीं बना कॉरिडोर, पीएम मोदी आ रहे हैं लोकार्पण करने

Prayagraj News: प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि महर्षि भारद्वाज आश्रम में कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। 13 दिसंबर को पीएम मोदी वर्चुअली इसका उद्घाटन करेंगे।

Dinesh Singh
Published on: 10 Dec 2024 8:21 PM IST
PM Modi is coming to inaugurate the corridor where Ram and Bhardwaj met in the Treta era
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जहां त्रेता युग में मिले राम और भारद्वाज वहीं बना कॉरिडोर, पीएम मोदी आ रहे हैं लोकार्पण करने: Photo- Newstrack

Prayagraj News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को प्रयागराज पहुंच रहे हैं। पीएम दो घंटे प्रयागराज रहेंगे इस दौरान वह श्रृंगवेरपुर धाम और भारद्वाज आश्रम कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे। भारद्वाज आश्रम कॉरिडोर प्रयागराज की धार्मिक यात्रा का नया टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनने जा रहा है।

नव्य और भव्य स्वरूप में संवर गई भगवान राम और भरद्वाज मुनि का आश्रम

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश की ऐतिहासिक और धार्मिक विरासत को संजोने और उसका कायाकल्प करने का प्रयास कर रही है। इसी क्रम में प्रयागराज में मंदिरो के कॉरिडोर का निर्माण किया का रहा है । सप्तऋषियों में प्रमुख और वैमानिक शास्त्र के प्रणेता महर्षि भारद्वाज के आश्रम में कॉरिडोर का निर्माण इसी का हिस्सा है। प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि महर्षि भारद्वाज आश्रम में कॉरिडोर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। 13 दिसंबर को पीएम मोदी वर्चुअली इसका उद्घाटन करेंगे। कॉरिडोर का निर्माण ₹13.5 करोड़ की लागत से हुआ है। इसमें आश्रम के आसपास के 11 मंदिरो को चिन्हित कर कॉरिडोर बनाया गया है । जिन मंदिरो को इसमें सम्मिलित किया गया है उसमें महर्षि भारद्वाज मुनि का मंदिर, व्यास मुनि मंदिर , ऋषि याज्ञवल्क्य मंदिर, सत्यनारायण मंदिर सिद्धनाथ महादेव , प्रयागराज मंदिर, भोला भंडारी मंदिर, पंचमुखी मंदिर , शिवजी मंदिर, त्रिपुरारी महादेव और नवग्रह मंदिर शामिल हैं।

जहां बना दुनिया का पहला विमान वहीं क्यों हुआ कॉरिडोर का निर्माण

भारद्वाज ऋषि के नाम सृष्टि के प्रथम विमान को बनाने का श्रेय जाता है। उन्हें वैमानिक शास्त्र का जनक माना जाता है। भरद्वाज ऋषि का गुरुकुल विमानन की शिक्षा के लिए जाना जाता था। इसी स्थान पर त्रेता युग में भगवान श्री राम का दो बार आना हुआ। इसी स्थान को नव्य स्वरूप सरकार दे रही है ।भारद्वाज मंदिर परिसर में मौजूद सभी मंदिरों में हिन्दू वास्तुकला का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इसके अलावा मुख्य मंदिर पर हिन्दू वास्तुकला पर आधारित अर्द्ध मंडप का निर्माण किया जाएगा। साथ ही हिन्दू वैदिक ज्यामितीय पर फर्श का निर्माण होगा और विमानन शैली पर आधारित पाथवे और लॉन का निर्माण किया गया है।

प्रयागराज में विकसित हो रहे महर्षि भारद्वाज मंदिर कॉरिडोर में प्रमुख मंदिरों के कायाकल्प के अलावा कॉरिडोर में दो भव्य थीमेटिक प्रवेश द्वार का निर्माण भी शामिल है। महर्षि भारद्वाज की वैमानिक शास्त्र की विद्या की थीम पर इनका निर्माण हो रहा है। परिसर के चारों तरफ चहारदीवारी का निर्माण ही रहा है जिसमे महर्षि भारद्वाज और उनसे जुड़े रामायण के प्रसंगों को चित्रित किया जाएगा।



Shashi kant gautam

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