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Prayagraj MahaKumbh 2025: कुंभ नावों का किराया 50 फीसदी बढ़ाने पर मेला प्रशासन ने दी सहमति
Prayagraj MahaKumbh 2025: महाकुम्भ की शुरुआत के पहले कुम्भ मेला प्रशासन की तरफ से संगम के नाविकों को कई रियायत देने का ऐलान किया गया है। नावों का किराया बढ़ाने पर मेला प्रशासन की सहमति बन गई है।
Prayagraj MahaKumbh 2025: जनवरी 2025 से त्रिवेणी के तट पर आयोजित होने जा रहे महाकुम्भ के पहले योगी सरकार की तरफ से संगम के नाविकों के लिए अच्छी खबर आई है। मेला प्रशासन ने नाविकों की जीविका और सुरक्षा को देखते हुए महाकुम्भ में कई लाभ देने का फैसला किया है।
नावों का किराया 50 फीसदी बढ़ाने पर प्रशासन की सहमति
महाकुम्भ की शुरुआत के पहले कुम्भ मेला प्रशासन की तरफ से संगम के नाविकों को कई रियायत देने का ऐलान किया गया है। नावों का किराया बढ़ाने पर मेला प्रशासन की सहमति बन गई है। एडीएम महाकुम्भ विवेक चतुर्वेदी के मुताबिक संगम में चलने वाली नावों के किराए में 50 फीसदी की बढ़ोत्तरी कर दी गई है। लंबे समय नाविकों की नाव का किराया बढ़ाने की मांग की जा रही थी। प्रयागराज जिला नाविक संघ और मेला प्रशासन के बीच हुई बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है।
प्रयागराज जिला नाविक संघ के अध्यक्ष पप्पू लाल निषाद ने प्रशासन के इस फैसले का स्वागत किया है। पप्पू लाल निषाद का कहना है महंगाई में बढ़ोत्तरी के बावजूद कई बरसों से नावों के किराए में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई थी। इसे देखते हुए प्रशासन का फैसला नाविकों के हित में है।
सभी घाटों और पार्किंग स्थल पर लगेंगी नाव के किराए की रेट लिस्ट
नावों के किराए में की गई बढ़ोत्तरी के बाद अब यह भी सुनिश्चित किया जायेगा कि किसी भी श्रद्धालु से तय किए गए किराए से ज्यादा किराया न लिया जाय। इसके लिए पूरी पारदर्शिता बरतने के लिए नाव के किराए की नई सूची भी तैयार की जा रही है। एडीएम मेला के मुताबिक सभी घाटों और पार्किंग स्थल में इस लिस्ट को चस्पा किया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रमुख स्नान पर्व पर भी नावें संचालित की जा सकेंगी, सिर्फ मोटर बोट प्रतिबंधित रहती है।
स्नान पर्व के दिन भी मौसम और भीड़ की स्थिति को देखते हुए तय होगा नावों का संचालन
महाकुंभ में स्नान पर्वों के दिन त्रिवेणी में पुण्य की डुबकी लगाने के लिए उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए श्रद्धालुओं की सुरक्षा महत्वपूर्ण पहलू है। इसे ध्यान में रखते हुए पर्व पर नाव संचालन का निर्णय लिया गया है। एस डी एम महाकुंभ अभिनव पाठक बताते हैं कि स्नान पर्व में मौसम और भीड़ की स्थिति को देखते हुए नाव संचालन का निर्णय लिया जाएगा।
नाविकों को मिलेगा बीमा कवर का लाभ
प्रयागराज के संगम में इस समय 1455 नावों का संचालन हो रहा है। महा कुम्भ के समय आसपास के जिलों से नावों के आने के बाद इनकी संख्या 4000 पार सकती है। इन सभी नाविकों की नावों का बोट टेस्ट करने के बाद इन्हें लाइसेंस जारी होगा। उन्हें लाइफ जैकेट प्रदान की जाएंगी। सभी नाविकों को 2 लाख का बीमा कवर का लाभ भी मिलेगा।