×

Prayagraj Mahakumbh 2025: महाकुंभ में चार पीठों के शंकराचार्यों की एंट्री का रास्ता साफ, द्वारिका और ज्योतिष पीठ के शिविर लगाने की प्रक्रिया शुरू

Prayagraj Mahakumbh 2025: महाकुंभ में देश के चार पीठों के शंकराचार्य भी अपने शिविर स्थापित करेंगे। महाकुंभ में महा मंडलेश्वर नगर के निकट चतुष्पीठ नगर बस रहा है। इसमें चार शंकराचार्य के शिविर लगने हैं।

Dinesh Singh
Published on: 6 Dec 2024 6:52 PM IST
Process of setting up camp of Dwarka and Jyotish Peeth started
X

द्वारिका और ज्योतिष पीठ के शिविर लगाने की प्रक्रिया शुरू: Photo- Newstrack

Prayagraj Mahakumbh 2025: महाकुंभ में अखाड़े के साथ-साथ अब हिंदू सनातन धर्म के विभिन्न संप्रदायों और शंकराचार्य के शिविर लगने का चरण भी शुरू हो गया है। देश की चार पीठों के शंकराचार्य भी महाकुंभ में उपस्थित रहेंगे इसके लिए बाकायदा उनके शिविरों का निर्माण भी महाकुंभ क्षेत्र में हो रहा है।

दो पीठों के शंकराचार्य के शिविर का भूमि पूजन

महाकुंभ में देश के चार पीठों के शंकराचार्य भी अपने शिविर स्थापित करेंगे। महाकुंभ में महा मंडलेश्वर नगर के निकट चतुष्पीठ नगर बस रहा है। इसमें चार शंकराचार्य के शिविर लगने हैं। इसी क्षेत्र में 21 ब्राह्मणों द्वारा मोरी मार्ग के दक्षिण पट्टी में आदिशंकराचार्य भगवान द्वारा स्थापित चार आम्नाय शांकर पीठ में से ज्योतिष्पीठ और द्वारकापीठ के शिविर में भूमि पूजन ब्रह्मचारी शंकर स्वरूप जी के द्वारा सम्पन्न हुआ ।

द्वारका शारदापीठ के शिविर प्रभारी मंहत श्रीधरानन्द ब्रह्मचारी ने बताया की आज उत्तम मुहूर्त में पूजा करके कार्य आरम्भ कर दिया गया है, द्वारकापीठ के शिविर में पूरे पर्व के दौरान अनेंको धार्मिक अनुष्ठान, प्रवचन होंगे । द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री सदानन्द सरस्वती जी महाराज के दर्शन का लाभ सबको मिलेगा । भूमिपूजन के कार्यक्रम में अखाड़ों के संतों ने हिस्सा नहीं लिया। कुंभ मेला प्रशासन के विभिन्न अधिकारी भी इस अवसर पर मौजूद रहे।

शिविर में होंगे विविध धार्मिक आयोजन

ज्योतिष्पीठ शिविर के कुम्भ मेला प्रभारी मुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी ने बताया कि 100 करोड से अधिक सनातन धर्मियों के लिए ये सबसे बडा पर्व है , इस महापर्व पर ' ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती पूरे मास उपस्थित रहेंगे। यहां धार्मिक विषयों पर निर्णय हेतु परम धर्मसंसद् के अनेकों सत्र होंगे जिसमें सभी धार्मिक समसामयिक विषयों पर शंकराचार्य जी अपना निर्णय सुनाएंगे ।



Shashi kant gautam

Shashi kant gautam

Next Story