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UP: ठंडी हवाओं के बीच संगम में 21 लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, मकर संक्रांति स्नान पर्व सकुशल संपन्न

Magh Mela 2024: मेला क्षेत्र में ‘सीसीटीवी कैमरों’ व ‘ड्रोन कैमरों’ के द्वारा चप्पे चप्पे पर नजर रखते हुये सतर्कता बरती गई। सकुशल व सुरक्षित स्नान के लिये पुलिस के आला अफसर मेला क्षेत्र में निरंतर डटे रहे।

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Newstrack Network
Published on: 15 Jan 2024 2:44 PM GMT (Updated on: 15 Jan 2024 2:51 PM GMT)
Magh Mela 2024
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माघ मेला-2024 का नजारा (Social Media) 

Magh Mela 2024: माघ मेला-2024 के प्रथम मुख्य स्नान पर्व मकर संक्रांति पर सुबह से ही हल्की ठंड हवाओं के बीच तकरीबन 21 लाख श्रद्धालुओं ने पावन संगम में आस्था और श्रद्धा की डुबकी लगायी। श्रद्धालुओं के स्नान का सिलसिला कल से ही प्रारम्भ हो गया था जो आज भी जारी रहा

इस दौरान श्रद्धालुओं, स्नानार्थियों के सुगम आवागमन व सुरक्षित स्नान सम्पन्न कराने के लिए व्यापक पुलिस प्रबंध किये गए थे। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर नागरिक पुलिस, यातायात पुलिस, घुड़सवार पुलिस, महिला पुलिसकर्मी, अग्निशमन दल, पीएसी के जवान, एटीएस कमांडो व्यवस्थापित किये गए।

जगह-जगह पुख्ता सुरक्षा इंतजाम

साथ ही, संगम में 'मोटर बोट' तथा प्रशिक्षित गोताखोरों की नियुक्त कर स्नानार्थियों की सुरक्षा हेतु कड़े प्रबन्ध किये गए। ‘स्टीमर’ के माध्यम से संगम क्षेत्र का निरीक्षण किया गया तथा श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया कि सावधानीपूर्वक स्नान करें किसी प्रकार की संदिग्ध वस्तु को हाथ न लगाये। मेला में आने वाले स्नानार्थियों को आवागमन में कोई असुविधा न हो इस हेतु मेला क्षेत्र में 05 स्थानों पर ‘पार्किंग’ की समुचित व्यवस्था की गई तथा यह प्रयास किया गया कि श्रद्धालुओं को न्यूनतम पैदल चलना पड़े।

इन प्रशासनिक अधिकारियों के जिम्मे थी सुरक्षा

इस अवसर पर पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट प्रयागराज रमित शर्मा (IPS), मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत (IAS), पुलिस उप महानिरीक्षक/माघ मेला प्रभारी डा. राजीव नारायण मिश्र (IPS), कुम्भ मेलाधिकारी विजय किरण आनंद (IAS), मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद,नोडल पुलिस अधिकारी माघ मेला श्रद्धा नरेंद्र पाण्डेय (IPS) लगातार मेला क्षेत्र में रहकर सभी व्यवस्था सुनिश्चित कराते रहे।

ड्रोन कैमरों से चप्पे-चप्पे पर नजर

मेला में आये हुए समस्त श्रद्धालुओं से ‘पब्लिक एड्रेस सिस्टम’ के माध्यम से अनुरोध किया जाता रहा कि आने जाने वाले रास्तों का ही उपयोग करें । कुशल स्नान कर अपने गंतव्य को वापस जाएं। मेला क्षेत्र में ‘सीसीटीवी कैमरों’ व ‘ड्रोन कैमरों’ के द्वारा चप्पे चप्पे पर नजर रखते हुये सतर्कता बरती गई। सकुशल व सुरक्षित स्नान के लिये पुलिस के आला अफसर मेला क्षेत्र में निरन्तर डटे रहे। स्नानार्थियों मे धर्म आस्था के प्रति काफी उत्साह देखने को पाया गया। मकर संक्रान्ति का पर्व व स्नान पुलिस बल के अथक प्रयासों के फलस्वरूप सकुशल व सुरक्षित सम्पन्न हुआ।

संगम की रेती पर 'तंबुओं का शहर'

धर्म नगरी प्रयागराज में संगम तट पर लगने वाले दुनिया के सबसे बड़े सालाना धार्मिक मेले की शुरुआत आज मकर संक्रांति के स्नान पर्व के साथ हो गई है। मकर संक्रांति का स्नान पर्व आज संगम नगरी प्रयागराज में भी पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। इस मौके पर लाखों की संख्या में देश दुनिया के अलग अलग हिस्सों से आए श्रद्धालु त्रिवेणी की धारा में आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित कर रहे हैं।गंगा स्नान और सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही तिल गुड़ व जौ इत्यादि का दान भी किया जा रहा है। तकरीबन 54 दिनों तक चलने वाले माघ मेले के लिए संगम की रेती पर तंबुओं का अलग शहर आबाद किया गया है। यूपी की योगी सरकार इस बार के माघ मेले को साल भर बाद आयोजित होने वाले कुंभ के रिहर्सल के तौर पर आयोजित कर रही है। इसी के मद्देनजर आस्था के इस मेले का स्वरूप इस बार न सिर्फ बढ़ाया गया है, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समेत कई नए प्रयोग भी किए जा रहे हैं।

मौसम का मिजाज बिगड़ा

मकर संक्रांति के मौके पर संगम पर सुबह सात बजे तक तीन लाख से ज्यादा श्रद्धालु डुबकी लगा चुके थे। मेले में इस बार भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। हालांकि आज मौसम का मिजाज काफी बिगड़ा हुआ है। एक तरफ बर्फीली हवाएं चल रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ घना कोहरा छाया हुआ है, लेकिन इसके बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था में कहीं कोई कमी नहीं नजर आ रही है। श्रद्धालुओं का कारवां ठंड की परवाह किए बिना ही गंगा मैया के जयकारे लगाते हुए संगम की तरफ बढ़ता जा रहा है।

मान्यताओं के मुताबिक़, प्रयाग के माघ मेले में मकर संक्रांति पर गंगा स्नान के लिए सभी तैंतीस करोड़ देवी-देवता भी अदृश्य रूप में यहाँ पर आते हैं, इसीलिये देश के कोने कोने से लोग गंगा यमुना और अद्रश्य सरस्वती की पावन धारा में डुबकी लगाकर दान उपासना आदि कर पुण्य लाभ अर्जित कर रहे हैं।

सभी सुविधाएं मुहैया

माघ मेले के लिए संगम की रेती पर बसाई गई तम्बुओं की नगरी में वह सभी सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं, जो किसी शहर को बसाने के लिए ज़रूरी होती हैं। सवा सौ किलोमीटर सड़क बनाई गई है तो साथ ही गंगा नदी पर छह पांटून पुल बनाए गए हैं। मेले में चौदह पुलिस थाने और इकतालीस पुलिस चौकियां भी काम कर रही हैं। मेला प्रशासन ने पूरे मेला क्षेत्र को छह सेक्टरों में बांटा हैं | इंतजामों के लिए दस हजार से ज्यादा कर्मचारी लगाए गए हैं। किसी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए सुरक्षा के ख़ास इंतजाम किये गए हैं। मेले में बड़ी संख्या में CCTV कैमरे लगाए गए हैं तो स्नान घाटों, पांटून पुलों व इंट्री प्वाइंट्स की सुरक्षा का इंतजाम ATS के कमांडोज़ के हाथों में होगा। आज से शुरू हुआ ये माघ मेला महाशिवरात्रि तक चलेगा। पूरे मेले में सात करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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