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Prayagraj News: महाकुंभ में किसी से कुछ पूछने की जरूरत नहीं, हर सवाल का जवाब है क्यूआर कोड

Prayagraj News: मेला क्षेत्र में लगी तीन हजार से अधिक होर्डिंग्स में चार रंग के क्यूआर कोड लगे हैं। नारंगी रंग के क्यूआर कोड स्कैन करने पर उत्तर प्रदेश की उपलब्धियों की जानकारी मिलेगी।

Dinesh Singh
Published on: 29 Dec 2024 11:48 AM IST
Prayagraj News ( Photo- Newstrack )
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Prayagraj News ( Photo- Newstrack )

Prayagraj News: आस्था , अध्यात्म और संस्कृति के प्रतीक महाकुंभ को योगी सरकार ने नव्य स्वरूप देने के लिए डिजिटल स्वरूप दिया है। इसे धरातल पर उतार रहे हैं महाकुंभ क्षेत्र और शहर में होर्डिंग्स में लगाए गए क्यूआर कोड ।

चार क्यू आर कोड देंगे चारों दिशा की जानकारी

प्रयागराज महाकुम्भ का डिजिटल नवाचार यहां आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए वरदान साबित हो रहा है। महाकुंभ मेला क्षेत्र में चार रंगों नारंगी, आसमानी, लाल व घानी के क्यूआर कोड के जरिए श्रद्धालु कई महत्वपूर्ण जानकारी व सुविधाएं अपने मोबाइल पर ही आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।

कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद बताते हैं कि यह डिजिटल नवाचार श्रद्धालुओं को एक बेहतर अनुभव प्रदान करेगा। यह महाकुंभ को तकनीक से जोड़कर अधिक सुलभ और यादगार बनाएगा। आस्था और आधुनिकता का यह संगम महाकुंभ की खास पहचान बन रहा है।

किस रंग के क्यूआर कोड में क्या मिलेगा

मेला क्षेत्र में लगी तीन हजार से अधिक होर्डिंग्स में चार रंग के क्यूआर कोड लगे हैं। नारंगी रंग के क्यूआर कोड स्कैन करने पर उत्तर प्रदेश की उपलब्धियों की जानकारी मिलेगी। आसमानी रंग के क्यूआर कोड से होटलों के साथ ही ठहरने के प्रबंधों का पता चल सकेगा। लाल रंग के क्यूआर कोड से इमरजेंसी सेवा की जानकारी मिलेगी। इसी तरह धानी रंग के क्यूआर कोड से महाकुंभ प्रशासन और व्यवस्था की पूरी जानकारी प्राप्त हो सकेगी। शहर भर में लगाई गई होर्डिंग्स में ये QR कोड प्रिंट करा दिया गया है। साथ ही विभिन्न डिजिटल प्लेटफार्म्स के माध्यम से भी इसे प्रचारित किया जा रहा है।

मेला प्रशासन कार्यालय के साथ ही सभी सेक्टर कार्यालयों, बिजली कार्यालयों, जल निगम, स्वास्थ्य विभाग के शिविरों में इसे चस्पा किया गया है। सभी थानों, चौकियों, अग्निशमन केंद्रों में भी इसे चस्पा किया गया है। विभिन्न मार्गों पर छोटे-बड़े फ्लेक्स, स्नान घाटों के आसपास बिजली के पोल तथा पांटून पुलों के दोनों छोर पर बोर्ड में इसके पोस्टल लगाए जा रहे हैं। महाकुंभ का यह डिजिटल नवाचार श्रद्धालुओं के हर सवाल का जवाब है।



Shalini singh

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