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Maha Kumbh 2025: अचानक एक साधु ने पीएम मोदी को पहना दी मोतियों की माला, सब रह गए दंग
Maha Kumbh 2025: पीएम संतों से मुलाकात कर ही रहे थे कि अखाड़ों के बीच से सफेद वस्त्रधारी एक साधु आगे आया और उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गले मोतियों की एक चमकती माला पहना दी।
Maha Kumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ के आगाज के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुंभ क्षेत्र पहुंचे । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यहां मां गंगा के पूजन अर्चन और मंदिरों में दर्शन का प्रोग्राम था। उन्होंने संगम तट पर मां गंगा का पूरे विधि विधान से पूजन किया और महाकुंभ के सकुशल और निर्विघ्न समापन की कामना की। पीएम देश के 13 अखाड़े के साधु संतों से भी मिले और उनका आशीष लिया।
पीएम को साधु में पहनाई मोतियों की माला, सब रह गए हैरान
प्रयागराज महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के योगी सरकार के मिशन को गति देने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कुंभ नगरी पहुंचे। पीएम में अखाड़ों के संतों से भी मुलाकात की। कुंभ मेला प्रशासन की तरफ से 13 अखाड़ों और दंडी स्वामियों के अलावा अन्य साधुओं को आमन्त्रित किया गया था। हर अखाड़े से दो दो साधु पीएम से मिलने संगम नोज आए। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पीएम का कार्यक्रम संगम नोज पर रखा गया था जिसमें सिर्फ अखाड़े और पूजा करने वाले तीर्थ पुरोहितों और संतों को ही एंट्री थी। पीएम का अखाड़ों के साथ मुलाकात का सिलसिला शुरू हुआ। सीएम योगी आदित्यनाथ हर संत का परिचय दे रहे थे और पीएम संत के सामने हाथ जोड़कर उनका आशीर्वाद ले रहे थे। पीएम संतों से मुलाकात कर ही रहे थे कि अखाड़ों के बीच से सफेद वस्त्रधारी एक साधु आगे आया और उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र के गले मोतियों की एक चमकती माला पहना दी। सब लोग यह देखकर हैरान रह गए। यह उदासीन अखाड़े के साधु भगतराम थे।
क्यों संत भगतराम ने पीएम को पहना दी मोतियों की माला
अखाड़े के संत भगतराम की तरफ से अचानक पीएम के गले में मोतियों की माला पहनाने के बाद पीएम पूरी तरह सहज दिखे । और थोड़ी देर के लिए वह मुस्कराए भी । उन्होंने हाथ जोड़कर उस संत को अभिवादन किया । संत भगतराम श्री पंचायती अखाड़ा उदासीन नया के संत हैं। अखाड़े में उन्हें बड़ा पद हासिल है और वह श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन के मुकामी महंत हैं। संत भगतराम का कहना है कि उन्होंने 108 मोतियों की माला प्रधानमंत्री के लिए तैयार की थी। उनकी इच्छा थी कि महाकुंभ आगमन पर वह खुद अपने हाथों से यह माला देश के हिंदुत्व के रक्षक और यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहनाए। उनकी इच्छा पूरी हो गई वह बहुत प्रसन्न हैं। लेकिन थोड़ी देर के लिए उस समय सभी अखाड़े वाले सन्न रह गए।