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Prayagraj News: साइबेरियन बर्ड्स के कलरव से गुलजार हुआ संगम तट, पर्यटक भी कर रहे स्वागत
Prayagraj News: प्रयागराज में फिर से अनोखा संगम देखने को मिलेगा, जब सबसे बड़े धार्मिक माघ मेले में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाएंगे। वहीं साइबेरियन बर्ड्स भी तट पर पहुंचे गये हैं।
Prayagraj News: संगम नगरी प्रयागराज में एक बार फिर से अनोखा संगम देखने को मिलेगा, जब देश के सबसे बड़े धार्मिक माघ मेले में एक तरफ जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाएंगे तो वहीं दूसरी तरफ सात समुंदर पार से आए ख़ास विदेशी मेहमान मतलब साइबेरियन बर्ड्स भी डुबकी लगाते हुए नजर आएंगे। बता दें जब उत्तर भारत में गुलाबी ठंड दस्तक देती है। तब साइबेरिया ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड जैसे देशों से आकर साइबेरियन पक्षी संगम तट को गुलजार करती है। तकरीबन 4 से 5 महीनों तक हजारों की संख्या में साइबेरियन बर्ड्स संगम तक पर मौजूद रहते हैं और जब ठंड कम होने लगती है। तब वह अपने मुल्क वापस लौट जाते हैं।
विदेशी मेहमानी के इस कलरव से संगम आने वाले सैलानी और पर्यटकों का दिल भी लग गया है। 14 जनवरी 2024 को माघ मेले की शुरुआत हो रही है। लेकिन, ये कहना गलत नहीं होगा कि खास विदेशी मेहमानों ने अभी से ही अपना डेरा मेला क्षेत्र में लगा लिया है। यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और उत्तरी महादीप से भले ही यह पक्षी बेघर हो गये हो परन्तु प्रयागराज के संगम तट पर आने वाले पर्यटक इन विदेशी महमानों के स्वागत में बाहें फैलाए हुए है।
मार्च के बाद गर्मी की शुरुआत अलविदा हो जायेंगे मेहमान
इन विदेशी पक्षियों से मिलने के लिए हर रोज हज़ारों लोग संगम तट पर आ रहे है और साथ में लाते है इन का प्रिय भोजन। जिन्हें यह अपने हाथों से खिलाते हैं। यह साइबेरियन पक्षी पूरे 4 से 5 महीने तक इस संगम तट पर निवास करेंगे और यहीं अपना प्रजनन भी करेंगे। मार्च के बाद गर्मी की शुरुआत होते ही यह मेहमान अलविदा कह कर यहाँ से विदा ले लेंगे। इन पक्षियों को देखकर बाहर से आने वाले सैलानियों की ख़ुशी पहले दोगनी हो गयी है। स्थानीय निवासी पुनीत श्रीवास्तव का कहना है कि संगम में इनकी मौजूदगी इस पूरे क्षेत्र को और सुंदर बनाती है गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के बाद वह इन पक्षियों को खाना खिलाते हैं और फोटो भी खींचते हैं। हालांकि अक्टूबर के पहले ही हफ्ते से इन विदेशी मेहमानों का आना शुरू हो गया था और जैसे-जैसे वक्त आगे बढ़ रहा वैसे-वैसे इनकी संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है।