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Mahakumbh 2025: प्रदेश सरकार के निर्देश पर 15 दिसंबर तक काम पूरा करने का लक्ष्य, 10 लाख ओपीडी और 10 हजार आईपीडी बनाने का लक्ष्य
Mahakumbh 2025: श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की जांच के लिए हाईटेक अस्थाई अस्पताल बनाए जा रहे हैं, जिसमें रायबरेली एम्स के चिकित्सकों की टीम भी लोगों की देखभाल के लिए मौजूद रहेगी।
Mahakumbh 2025: महाकुंभ में योगी सरकार श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की देखभाल के पुख्ता इंतजाम कर रही है। सरकार की ओर से विभागीय अफसरों को 15 दिसंबर तक सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बाकायदा एक्सरे, एमआरआई, लैब टेस्ट की भी सुविधा रहेगी। स्वस्थ महाकुंभ को नव्य और भव्य रूप देने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 10 लाख ओपीडी और 10 हजार आईपीडी तक की क्षमता की तैयारी पूरी कर ली है।
श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की जांच के लिए हाईटेक अस्थाई अस्पताल बनाए जा रहे हैं, जिसमें रायबरेली एम्स के चिकित्सकों की टीम भी लोगों की देखभाल के लिए मौजूद रहेगी। मालूम हो कि महाकुंभ के लिए 77.5 करोड़ रुपए से ज्यादा के 43 प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है।
हर तरह की जांच होगी संभव
संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज, वीके मिश्र ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने की तैयारियों में जुटा है। किसी भी श्रद्धालु को स्वास्थ्य के लिहाज से कोई समस्या ना आने पाए इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की टीम दिन-रात काम में लगी है।
इसके तहत 100 बेड का अस्पताल परेड ग्राउंड में तैयार किया जा रहा है। वहीं, महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए हर प्रकार की जांच की सुविधा मौजूद रहे, इसकी व्यवस्था बनाई जा रही है। इसके अलावा 10 लाख ओपीडी और 10 हजार आईपीडी की क्षमता का लक्ष्य भी रखा गया है।
महाकुंभ पर सभी प्रमुख अस्पतालों को किया जा रहा अपग्रेड
महाकुंभ को नव्य, भव्य और दिव्य बनाने को लेकर योगी सरकार ने विभागीय अधिकारियों को निर्धारित समय में इंतजाम पूरे रखने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाए, इसके लिए यहां के सभी प्रमुख अस्पतालों को अपग्रेड किया जा रहा। संयुक्त निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य के अनुसार महाकुंभ में एक भी श्रद्धालु को कोई परेशानी न होने पाए, इसके लिए विभागीय अधिकारियों की टीम दिनरात काम में लगी है।