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Prayagraj News: इस बार का माघ मेला होगा और भी खास, श्रद्धालुओं के लिए किए गए हैं सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

Prayagraj News: यूपी की योगी सरकार 2024 के माघ मेले को 2025 के महाकुंभ के ट्रायल के तौर पर पेश कर रही है। जहां इस बार के माघ मेले में सरकार की ओर से कई नए प्रयोग किए जा रहे हैं तो वहीं मेले का क्षेत्रफल भी बढ़ाया गया है। वहीं यूपी सरकार ने 2024 के माघ मेले को पूरी तरह से प्लास्टिक फ्री भी घोषित किया है।

Ashish Kumar Pandey
Published on: 15 Jan 2024 12:59 AM IST
Strong security arrangements have been made for the Magh Mela devotees
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प्रयागराज माघ मेला श्रद्धालुओं के लिए किए गए हैं सुरक्षा के हैं पुख्ता इंतजाम: Photo- Social Media

Prayagraj News: 15 जनवरी यानी सोमवार को मकर संक्रांति है। मकर संक्रांति से ही माघ मेला शुरू हो जाता है। प्रयागराज के संगम की रेती पर मकर संक्रांति से माघ मेले की शुरुआत होने जा रही है। हर साल की तरह इस बार भी माघ मेले की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। यूपी की योगी सरकार 2024 के माघ मेले को 2025 के महाकुंभ के ट्रायल के तौर पर पेश कर रही है। जहां इस बार के माघ मेले में सरकार की ओर से कई नए प्रयोग किए जा रहे हैं तो वहीं मेले का क्षेत्रफल भी बढ़ाया गया है। साथ सुविधाओं में भी बढ़ोतरी की गई है। मेले में सुरक्षा के मद्देनजर भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात

माघ मेले में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। पूरे मेले की ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी। इसके साथ ही साथ महाकुंभ के मद्देनजर पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भी मदद ली जा रही है। वहीं यूपी सरकार ने 2024 के माघ मेले को पूरी तरह से प्लास्टिक फ्री भी घोषित किया है। यह वह मौका होगा जब प्रयागराज में माघ मेले की शुरुआत हो चुकी होगी और अयोध्या में रामलला का प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम चल रहा होगा, ऐसे में माना जा रहा है कि बड़ी संख्या में श्रद्धालु माघ मेले का भी रुख कर सकते हैं।

इस बार पांच की जगह छह सेक्टर में बसाया गया है-

प्रयागराज मेला विकास प्राधिकरण के मेला अधिकारी दयानंद प्रसाद के मुताबिक इस बार 5 सेक्टर में बसने वाले मेले का क्षेत्रफल बढ़कर 768 हेक्टेयर किया गया है। 6 सेक्टर में मेला बसाया गया है। मेला क्षेत्र में 3300 रनिंग फीट स्नान घाट बनाया गया है। हर बार माघ मेले में पांच पान्टून ब्रिज बनते थे लेकिन इस बार छह पान्टून ब्रिज बनाए गए हैं। मेले में लगभग 100 किलोमीटर के दायरे में लोहे की चकर्ड प्लेटें बिछाकर सड़कें बनाई गई हैं। वहीं 200 किलोमीटर की पाइप लाइन भी मेला क्षेत्र में बिछाई गई है।

हाइब्रिड सोलर लाइटों का पहली हो रहा है प्रयोग-

मेला क्षेत्र में 18 हजार से ज्यादा स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं। पहली बार हाइब्रिड सोलर लाइटों का प्रयोग किया जा रहा है। 65 किलोमीटर ड्रेनेज पाइप लाइन और 21 हजार शौचालयों की व्यवस्था की गई है। प्रशासन ने करीब 20 लाख श्रद्धालुओं के मकर संक्रांति के पहले स्नान पर्व पर आने का अनुमान लगाया है। श्रद्धालुओं के लिए 2000 क्षमता के रैन बसेरे बनाए जा रहे हैं। इसके साथ ही साथ साधु संतों को कल्प वासियों और श्रद्धालुओं को जागरूक किया जा रहा है ताकि वो पॉलिथीन और थर्माकोल का प्रयोग न करें।

ऐसी है मेले के लिए सुरक्षा व्यवस्था-

मेले की सुरक्षा को लेकर भी चाक चौबंद व्यवस्था की गई है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है। पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा के मुताबिक पुलिस, पीएससी के साथ ही साथ पैरामिलिट्री फोर्स की भी तैनाती की गई है। इसके साथ ही साथ एटीएस और एसटीएफ की टीमें भी मेले में तैनात की गई हैं। स्नान घाटों पर सुरक्षा के मद्देनजर डीप वॉटर बैरिकेडिंग लगाई गई है, साथ ही जल पुलिस गोताखोर और फ्लड कंपनी पीएसी की तैनाती भी की गई है। वहीं किसी आपदा की स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी तैनात कर दी गई हैं।

ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी से भी होगी निगरानी-

पुलिस कमिश्नर के मुताबिक मेले की ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी से भी निगरानी की जाएगी। इसके अलावा भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी तकनीकों का भी इस्तेमाल किया जाएगा। पुलिस कमिश्नर के मुताबिक मेले में इस बार एक अतिरिक्त थाना और तीन अतिरिक्त चौकियां स्थापित की गई हैं। इस तरह से माघ मेले में कुल 14 थाने, 14 फायर स्टेशन और 41 पुलिस चैकियां बनाई गई हैं।

तैयारियों को लेकर श्रद्धालुओं में दिखी खुशी-

श्रद्धालु भी संगम तट पर पहुंचने लगे हैं। वहीं श्रद्धालु मेले की तैयारी को देखकर बेहद खुश नजर आ रहे हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि माघ मेले और महाकुंभ पर इससे पूर्व की सरकारों में इस तरह के इंतजाम कभी नहीं दिखाई देते थे लेकिन जिस तरह का इंतजाम योगी सरकार ने किया है वो तैयारी अपने आप में अद्भुत है।

बता दें कि माघ मेले की शुरुआत 15 जनवरी को मकर संक्रांति से होगी जबकि 25 जनवरी को पौष पूर्णिमा से कल्पवास की शुरुआत होगी। माघ मेले में मौनी अमावस्या 9 फरवरी को, बसंत पंचमी 14 फरवरी को, माघी पूर्णिमा 24 फरवरी को होगी। माघी पूर्णिमा को ही कल्पवास की समाप्ति भी होगी, जबकि महाशिवरात्रि के पर्व 8 मार्च को मेले का समापन हो जाएगा। इस बार का माघ मेला कुछ अलग ही हो रहा है। इस मेले को महाकुंभ के पहले होने से इसको लेकर तैयारियां भी भव्य की गई हैं।

Shashi kant gautam

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