TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Indian Railways: कोहरे से अब ट्रेन यात्रा नहीं होगी प्रभावित, लोको पायलट होंगे फॉग डिवाइस से लैस

Fog Pass Device: फॉग पास डिवाइस एक जीपीएस आधारित नेविगेशन डिवाइस है, जो लोको पायलट को घने कोहरे की स्थिति में ट्रेन चलाने में मदद करता है।

Syed Raza
Report Syed Raza
Published on: 3 Jan 2024 9:13 PM IST
Indian Railways
X

Fog Pass Device (Social Media)

Fog Pass Device: भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने कोहरे के मौसम के दौरान सुचारू रेल परिचालन सुनिश्चित करने के लिए 19,742 फॉग पास डिवाइस का बंदोबस्त किया है। उम्मीद है इन फॉग पास डिवाइस (Fog Pass Device) से रेल सेवाओं की विश्वसनीयता में सुधार आएगा। साथ ही, देरी में कमी होगी और समग्र सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा।

ट्रेन सेवाओं की विश्वसनीयता में होगा सुधार

हर साल, सर्दियों के महीनों में कोहरे के मौसम के दौरान, विशेष रूप से देश के उत्तरी हिस्सों में बड़ी संख्या में ट्रेनें प्रभावित होती हैं। सुचारू रेल परिचालन सुनिश्चित करने के लिए, भारतीय रेलवे ने कोहरे के मौसम के दौरान 19,742 फॉग पास डिवाइस का बंदोबस्त किया है। यह पहल ट्रेन सेवाओं की विश्वसनीयता में सुधार, देरी को कम करने और समग्र यात्री सुरक्षा को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

GPS आधारित नेविगेशन डिवाइस

फॉग पास डिवाइस एक जीपीएस आधारित नेविगेशन डिवाइस है, जो लोको पायलट को घने कोहरे की स्थिति में ट्रेन चलाने में मदद करता है। यह लोको पायलटों को सिग्नल, लेवल क्रॉसिंग गेट (मानवयुक्त और मानव रहित), स्थायी गति प्रतिबंध, तटस्थ खंड आदि जैसे निश्चित स्थलों के बारे में ऑन-बोर्ड वास्तविक समय की जानकारी (प्रदर्शन के साथ-साथ आवाज मार्गदर्शन) प्रदान करता है। इस प्रणाली से भौगोलिक क्रम में आने वाले अगले तीन निश्चित स्थलों में से लगभग 500 मीटर तक ध्वनि संदेश के साथ-साथ अन्य संकेतक मिलते हैं।

फॉग पास डिवाइस की सामान्य विशेषताएं :

- सभी प्रकार के अनुभागों जैसे सिंगल लाइन, डबल लाइन, विद्युतीकरण और गैर विद्युतीकृत अनुभागों के लिए उपयुक्त।

- सभी प्रकार के इलेक्ट्रिक और डीजल इंजनों, ईएमयू/एमईएमयू/डीईएमयू के लिए उपयुक्त।

- 160 किमी प्रति घंटे तक की ट्रेन गति के लिए उपयुक्त।

- इसमें 18 घंटे के लिए बिल्ट-इन रिचार्जेबल बैटरी बैकअप है।

- यह पोर्टेबल, आकार में कॉम्पैक्ट, वजन में हल्का (बैटरी सहित 1.5 किलोग्राम से अधिक नहीं) और मजबूत डिजाइन वाला है।

- लोको पायलट अपनी ड्यूटी फिर से शुरू करने पर डिवाइस को अपने साथ आसानी से लोकोमोटिव तक ले जा सकता है।

- इसे लोकोमोटिव के कैब डेस्क पर आसानी से रखा जा सकता है।

- यह एक स्टैंडअलोन प्रणाली है।

- यह कोहरे, बारिश या धूप जैसी मौसमी स्थितियों से अप्रभावित रहता है।



\
aman

aman

Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

Next Story