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Prayagraj News: सीएम योगी की जनसभा में उमेश पाल की पत्नी जया पाल की एंट्री, आखिर क्या हैं सियासी मायने?
Prayagraj News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फूलपुर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी दीपक पटेल के पक्ष में शनिवार को जनसभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में योगी ने माफियाओं का जिक्र कर समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा।
Prayagraj News: योगी की जनसभा में एडवोकेट उमेश पाल की पत्नी जया पाल की मौजूदगी भी रही। योगी के भाषणों के बाद लोगों का सबसे अधिक ध्यान खींचा जया पाल की छोटे सी भावुक अपील ने।
जया पाल ने उमेश पाल की हत्या को याद दिलाकर की मार्मिक अपील
प्रयागराज के फूलपुर विधानसभा उपचुनाव में जन सभा को संबोधित करने के सहसों पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभा में सीएम योगी के पहुंचने से पहले अधिवक्ता उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने जनसभा को संबोधित किया। जया पाल ने जनता से मार्मिक अपील की। उन्होंने कहा कि माफिया ने उनके पति की हत्या कर दी। मेरे बच्चे अनाथ हो गए हैं। मेरे साथ जैसा हुआ है वैसा आप लोगों के साथ न हो। क्या आप चाहते हैं कि आप लोगों के साथ भी वैसा हो जैसा मेरे साथ हुआ है। अगर नहीं चाहते हैं तो भाजपा को वोट दीजिए। जया पाल ने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने उन्हें न्याय दिलाया है। भाजपा सरकार में मुझे न्याय मिला है। योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अपना वादा पूरा करते हुए माफिया और अपराधियों को कड़ी सजा दी है और उन्हें मिट्टी में मिलाने का कार्य किया है। अपने इस संक्षिप्त भाषण में जया पाल काफी भावुक हो गई।
सीएम योगी ने भी जया पाल के पति की हत्या का किया जिक्र
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फूलपुर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी दीपक पटेल के पक्ष में शनिवार को जनसभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में योगी ने माफियाओं का जिक्र कर समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा। योगी ने कहा कि -हर दुर्दांत माफिया सपा के गले के हार हैं। उनसे ही इन (सपा) की आजीविका चलती है। उनके घरों से यह लोग जीते हैं। जया पाल-पूजा पाल पर अत्याचार किसी से छिपा नहीं है। भाजपा विधायक कृष्णानंद राय के साथ रमेश यादव, रमेश पटेल समेत सात अन्य की निर्मम हत्या कर दी गई। सपा से जुड़े दुर्दांत माफिया निर्दोष हिंदुओं की हत्या व संपत्ति पर कब्जा करते थे। व्यापारियों का अपहरण, बेटी की सुरक्षा में सेंध, धार्मिक स्थलों पर कब्जा और पर्व-त्योहारों में व्यवधान डालकर अशांति पैदा करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होता, क्योंकि यूपी में न कर्फ्यू है, न दंगा है, यहां सब चंगा है।
जया पाल की सियासी एंट्री के क्या हैं सियासी मायने
प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में 24 फरवरी 2023 को एडवोकेट उमेश पाल की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। उमेश पाल पर बम और गोलियों से हमला किया गया था, जिसमें उनकी सुरक्षा में तैनात दो पुलिसकर्मियों की भी मौत हो गई। यह मामला इसलिए और भी गंभीर हो गया क्योंकि उमेश पाल 2005 के विधायक राजू पाल हत्याकांड के अहम गवाह थे। उमेश पाल की पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने अतीक अहमद सहित 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। जया पाल उमेश पाल की पत्नी है।
फूलपुर विधानसभा क्षेत्र में पाल जाति के 18 हजार से अधिक वोटर्स हैं। 4 लाख से अधिक वोटर्स वाली इस सीट में अब तक हार जीत का फासला बहुत कम वोटों से रहा है। ऐसे में पाल जाति के वोटर्स भाजपा के लिए निर्णायक भी बन सकते हैं। इन पाल वोटर्स को अपने खेमे में करने के लिए जया पाल की मार्मिक अपील एक जरिया बन सकती है। सियासी जानकार मानते हैं कि इसी चुनावी रणनीति के तहत जया पाल को सीएम की जन सभा में बोलने के लिए मंच दिया गया।