TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Varanasi News: चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए काशी में शुरू हुआ दुआओं का दौर, महिलाओं ने किया मां गंगा का दुग्धाभिषेक

Varanasi News: काशी में आज चंद्रयान-3 की सफलता के लिए मां गंगा में दुग्धाभिषेक किया गया। 101 लीटर दूध से मां गंगा का दुग्धाभिषेक कर चंद्रयान-3 की सफलता के लिए प्रार्थना की गई। काशी की महिलाओं द्वारा चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए मां गंगा से आशीर्वाद मांगा गया।

Purushottam Singh Varanasi
Published on: 14 July 2023 12:14 PM IST (Updated on: 14 July 2023 12:35 PM IST)

Varanasi News: भारत की आन बान शान का प्रतीक चंद्रयान-3 की सफलता के लिए देशभर में दुआओं का दौर चल रहा है। धर्म और आध्यात्म की नगरी काशी की बात करें तो काशी में आज चंद्रयान-3 की सफलता के लिए मां गंगा में दुग्धाभिषेक किया गया। 101 लीटर दूध से मां गंगा का दुग्धाभिषेक कर चंद्रयान-3 की सफलता के लिए प्रार्थना की गई। काशी की महिलाओं द्वारा चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए मां गंगा से आशीर्वाद मांगा गया।

आज चन्द्रयान-3 चन्द्रमा के लिए श्री हरिकोटा से उड़ान भरेगा। पूरे देश की नजर चन्द्रयान-3 पर टिकी हुई है। वहीं धर्म की नगरी काशी की बात करें तो 101 लीटर दूध से मां गंगा का दुग्धाभिषेक करके चन्द्रयान-3 की सफलता की कामना की गई। इस दौरान भारी संख्या में महिलाओ ने गंगा घाट पर हाथों में चन्द्रयान-3 के पोस्टर और शंखनाद के साथ मां गंगा और बाबा विश्वनाथ से चन्द्रयान-3 सफल हो उसकी प्रार्थना की।

जानिए चंद्रयान मिशन के बारे में-

15 अगस्त 2003 को चंद्रयान कार्यक्रम की औपचारिक रूप से घोषणा पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई ने की थी। 22 अक्टूबर 2008 को पीएसएलवी सी 11 राकेट पर चंद्रयान-1 मिशन लांच हुआ। 100 किलोमीटर की ऊंचाई पर चंद्रयान-1 परिक्रमा करके कई अहम जानकारियां जुटाई। 2009 में अंतरिक्ष यान की कक्षा को 200 किलोमीटर तक बढ़ा दिया गया। 29 अगस्त 2009 को अंतरिक्ष यान से संपर्क टूटने पर पहला मिशन चंद्रयान समाप्त हो गया। 22 जुलाई 2019 को चंद्रयान-2 को प्रक्षेपित किया गया। 20 अगस्त 2019 को चंद्रयान-2 चंद्रमा की कक्षा में पहुंचा। 2 किलोमीटर चंद्रमा की सतह की ऊंचाई पर अचानक वैज्ञानिकों का विक्रम लैंडर से संपर्क टूट गया। चंद्रयान-3 भारत के लिए सबसे अहम मिशन है। इस मिशन की तैयारियों में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो कई सालों से लगा हुआ है। चंद्रयान-3 सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करके चंद्रयान-2 के अधूरे कामों को पूरा करेगा।

इसरो प्रमुख ने चंद्रयान-3 की सफलता के लिए मंदिर में पूजा पाठ

इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए परमेश्वरिनी मंदिर में पूजा पाठ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं इस मिशन की सफलता के लिए मां परमेश्वरिनी का पूजा करके आशीर्वाद लिया हूं। दोपहर 2ः35 पर श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 को रवाना किया जाएगा।



\
Purushottam Singh Varanasi

Purushottam Singh Varanasi

Next Story