TRENDING TAGS :
Etawah News: लावारिश पड़ी गर्भवती पूजा, सरकार के पोषण योजना की खुली पोल
Etawah News Today: इटावा के नुमायश चौराहे पर सड़क किनारे एक घर के बाहर चबूतरे पर एक लावारिस बेटी गर्भवती पूजा योगी सरकार के इस पोषण माह की पोल खोल रही है।
Etawah News: राष्ट्रीय पोषण माह (National Nutrition Month) के तहत जनपद मे विकास भवन (Vikas Bhawan) के सभागार में महिला कल्याण एवं बाल विकास पुष्टाहार विभाग मंत्री प्रतिभा शुक्ला जी का आगमन हुआ। अधिकारियों ने मंत्री जी को खुश करने की कोई भी चालाकी भरी शतरंज की चाल नहीं छोड़ी। बढ़ी चमक धमक से कार्यक्रम आयोजित हुआ कई गर्भवती स्त्रियाँ व आगंनबाड़ी कार्यकत्रियां अपने लक्ष्य को पूर्ण कर सम्मानित भी कर दी गईं लेकिन इसी चलाकी भरी चमक धमक के बीच गरीब गर्भवती लावारिस बेटी पूजा पर मंत्री जी के विभाग की नजर नहीं पढ़ सकी।
जी हां हम बात कर रहे हैं गरीब एक गरीब की बेटी पूजा की। इटावा शहर के नुमायश चौराहे पर सड़क किनारे एक घर के बाहर खुले नीले गगन के तले चबूतरे पर एक लावारिस बेटी पूजा योगी सरकार (Yogi Sarkar) के इस पोषण माह की पोल ही नही खोल रही है बल्कि इटावा के विभागीय अधिकारियों की पोल भी खोल रही है।
गर्भवती लावारिश पूजा की सुधि कोई लेने वाला नहीं
इस सन्दर्भ में इटावा के सर्प मित्र व आशीष त्रिपाठी ने बताया कि बिना गर्भवती लावारिश पूजा (pregnant unclaimed pooja), बिना छत के ही प्राकृतिक खतरों से अंजान मलेरिया डेंगू के मच्छरों के संग सड़क के कीड़ों मकोड़ो, गंदगी धूल भरी मिट्टी के बीच अपने अजन्मे बच्चे को अपनी ममता व मातृत्व की कोख में छिपाये उसके जन्म के इंतज़ार में बैठी है गर्भवती लावारिश पूजा पर अब तक किसी भी नेता अधिकारी व सूबे की बाल विकास व पुष्टाहार मंत्री प्रतिभा शुक्ला के किसी भी अधीनस्थ अधिकारी की नजर तक नहीं पड़ी सकी है उसके पीछे का कारण है कि वह बेसहारा एक गरीब की बेटी जो है। दुर्भाग्यवश इस गर्भवती बेटी का पिता मोची का काम करते करते अब मर चुका है।
लोगों ने बताया कि वह जहाँ रहती थी वहाँ कुछ लोगो ने कब्जा कर उसे वहां से भगा दिया है। उसका तथाकथित पति शराबी है। उसका दोष बस इतना ही है कि,वह गरीब है शायद इसीलिये उसे गर्भावस्था के इस में किसी भी पोषण पदार्थ की कोई जरूरत ही नही है,न किसी इलाज की कोई आवश्यकता है।
परेशानियों से बेसहारा बेटी स्वयं अकेले ही जूझती रहती है
इटावा के नुमाइश चौराहे के पास बैठी पूजा को आवास विकास कॉलोनी के कुछ दयालु हृदय लोग उसे घर के बाहर बैठने का स्थान देने के साथ ही सुबह शाम खाना भी अवश्य दे देते हैं। लेकिन गर्भावस्था की तमाम परेशानियो व बैचेनी से दिन रात वह बेसहारा बेटी स्वयं अकेले ही जूझती रहती है। दिन रात चलती सड़क की ओर देखती पूजा को देखकर यही लगता है कि, शायद अप्रत्यक्ष रूप से कहीं न कहीं ईश्वर उसका दिन रात साथ दे ही रहा है।
गरीब पूजा एक ऐसी बेसहारा बेटी है जिसका बच्चा कुछ ही माह में जन्म लेने वाला है इस समय उसे पोषण की भी बेहद आवश्यकता भी है मदरकेयर की जरूरत है नही तो उसके गर्भ से कोई ऐसा बच्चा (भारतीय नागरिक) भी जन्म ले सकता है जो फिर शायद बुढ़ापे में अपनी माँ का सहारा बनने की बजाय जीवन भर अपनी बेसहारा माँ पर ही निर्भर हो जाये। आइये हो सके तो इस बेसहारा को कुछ न कुछ सहारा अवश्य दीजिये।यह पूजा गरीब की बेटी है।