×

Lucknow News: गर्मी का मौसम शुरू होते ही डेंगू और संचारी की रोकथाम की क्या है तैयारी, कैसे करें बचाव, जानें

डीएम ने डीपीआरओ को निर्देशित किया है कि जहां जलजमाव की संभावना हो, वहां साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए।

Virat Sharma
Published on: 25 March 2025 9:05 PM IST
Lucknow News
X

Lucknow News: Photo-Social Media

Lucknow News: बीते दिनों डीएम विशाख जी ने गर्मी के मौसम के दौरान होने वाले संक्रमण और संचारी रोगों की रोकथाम से संबंधित एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित थी। इस बैठक में नगर निगम के माध्यम से स्मार्ट सिटी द्वारा तैयार किए गए हीटमैप का विवरण दिया गया। हीटमैप में पिछले वर्ष के दौरान डेंगू के मामलों की रिपोर्टिंग की गई थी, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि किस क्षेत्र में सबसे अधिक संक्रमण फैला था।

हीटमैप के आधार पर कार्रवाई का निर्देश

इस दौरान जिलाधिकारी ने नगर निगम को निर्देश था दिया कि हीटमैप के अनुसार हर जोन में स्थित तालाबों, जलाशयों, पोखरों और जलजमाव वाले क्षेत्रों की मैपिंग की जाए और ड्रोन से एंटी लार्वा का छिड़काव सुनिश्चित किया जाए। साथ ही स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम को प्रतिदिन स्मार्ट सिटी को किए गए कार्यों की रिपोर्ट भेजने को कहा गया, जिसे 15 दिन पर समीक्षा किया जाएगा।

जलजमाव और गंदगी पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता

बैठक में डीएम ने डीपीआरओ को निर्देशित किया है कि जहां जलजमाव की संभावना हो, वहां साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने पंचायत सचिवों और सहायकों को इस कार्य के लिए संवेदीकरण करने का निर्देश दिया। इसके अलावा खाली प्लॉटों में जलजमाव और गंदगी की समस्या से निपटने के लिए विशेष कदम उठाने के भी निर्देश दिए थे।

गर्मी से बचाव के उपायों पर चर्चा

जिलाधिकारी ने हीट वेव से बचाव के लिए जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए। नगर निगम को विभिन्न प्वाइंट्स पर पेयजल की व्यवस्था और ओआरएस की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। अपर नगर आयुक्त ने बताया कि पिछले साल की तरह इस बार भी नगर निगम के 116 प्वाइंट्स पर गर्मी से बचाव के लिए व्यवस्था की जा रही है, जहां पेयजल, कूलर और गुड़ की व्यवस्था होगी।

संचारी रोगों से बचाव के लिए विशेष दिशा-निर्देश

वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से 10 से 30 अप्रैल तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। जिसमें आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बुखार, इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस, फाइलेरिया, काला जार, कुष्ठ रोग के लक्षण वाले व्यक्तियों और कुपोषित बच्चों का विवरण ई–कवच पोर्टल पर अपलोड करेंगी।

संचारी रोगों से कैसे करें बचाव

1.वाटर टैंक व कंटेनरों को ढक कर रखें, घर के अंदर व आसपास पानी को जमा न होने दें।

2.अनावश्यक कन्टेनर, कबाड़, टायर व नारियल के खोल में पानी जमा न होने दें, तत्काल उसका निस्तारण सुनिश्चित करें।

3.प्रत्येक सप्ताह कूलर का पानी बदलें, कूलर आदि में ज्यादा दिनों तक पानी जमा न होने दें ।

4.बर्ड बाथ, फूलदान आदि में प्रत्येक सप्ताह पानी बदलें।

स्वयं बचाव के उपाय

1. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें ।

2. दिन के समय मच्छरों के काटने से बचने के लिए पूरी बांह के कपड़े पहने बुखार आने पर चिकित्सक की सलाह पर दवा का उपयोग करें ।

क्या ना करें

1.घर मे या घर के आस पास कूलर, बाल्टी, बैरल, फूलदान, बर्ड बाथ, फ्रीज, टायर व नारियल के खोल में पानी जमा न होने दें।

2.टूटे बर्तन, अनुपयोगी बोतल, टिन, पुराने टायर, और कबाड़ को घर मे न जमा होने दें और न ही घर के पास उन्हें फेंकें। उक्त चीजों का उचित निस्तारण सुनिश्चित कराएं ताकि उसमे मच्छरों की ब्रीडिंग न हो पाए।

3. बुखार होने पर स्वंय से दवा न करें, चिकित्सक के परामर्श के उपरान्त ही दवा का उपयोग करें।

Virat Sharma

Virat Sharma

Lucknow Reporter

Lucknow Reporter

Next Story