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कोरोना की तीसरी लहर की तैयारी, साध्वी ऋतंभरा के गांव में अनूठे कोविड अस्पताल की शुरुआत
साध्वी ऋतंभरा के वात्सल्य ग्राम में कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए विश्व का सबसे अनूठा कोविड अस्पताल की शुरुआत हुई है।
वृंदावन। वृन्दावन में साध्वी ऋतंभरा के वात्सल्य ग्राम में कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए विश्व का सबसे अनूठा कोविड अस्पताल की शुरुआत हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने वर्चुअल इसका शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्य अतिथि के रूप में वर्चुअल जुड़े। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, सूबे के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य स्वास्थ्य मंत्री ने भी वर्चुअल संवाद कर अपने विचार व्यक्त करते हुए साध्वी ऋतंभरा के समाज के लिए इस विशेष योगदान के लिए आभार जताया।
बता दें कि 100 बेड वाला यह अस्पताल अनूठा इसलिए है क्योंकि इस अस्पताल में कोविड मरीजों को एलोपैथी के साथ आयुर्वेद, नेचुरल व होम्योपैथी चिकित्सा पद्वति के अलावा आध्यात्म व योग विधि से मरीज को शारीरिक, मानसिक व बौद्धिक रूप से संबल प्रदान किया जाएगा। ताकि मरीज मानसिक शारीरिक रूप से सुदृढ़ हो कोरोना की जंग को जीत सके। यह प्रकल्प कुशल चिकित्सकों व प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ की देखरेख में रहेगा।
इस अनूठे अस्पताल के शुभारंभ के मौके पर सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड की दूसरी लहर ने देश के सामने एक बड़ी चुनौती पैदा की थी। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में केंद्र व राज्य सरकार ने सफलता पूर्वक कार्य किया और जल्द ही एक्टिव केस में गिरावट दर्ज की गई। कुछ लोग नकारात्मक का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रहे है। धर्मजगत के व्यक्ति आगे आये और ऐसे लोगों को सही राह दिखाने का कार्य करें।
उन्होंने कहा कि ट्रेस, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट फार्मूला कोविड पर जीत पाने में कारगर साबित हुआ है। प्रदेश में अब जहां अस्सी हजार बेड उपलब्ध है, वहीं 5 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगवाई जा चुकी है। सीएम योगी ने कहा कि उन्होंने खुद गांव-गांव जाकर कोविड के कार्यों की समीक्षा की। करीब सत्तर हजार निगरानी समितियों के माध्यम से लोगों तक पहुंच बनायी। उन्होंने कोविड की सम्भावित तीसरी लहर के मद्देनजर लोगों से सतर्कता बरतने की अपील करने के साथ ही जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाने का आग्रह किया।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि यह चुनौतियों से भरा समय है। हम सबको मिलकर इससे निपटना होगा। उन्होंने कहा कि वात्सल्यग्राम के आर्थिक व सामाजिक परिवर्तन का केंद्र नहीं है। बल्कि संस्कार व संस्कृति का पोषक भी है। मुख्यमंत्री व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के बाद साध्वी ऋतंभरा ने दीप प्रज्ज्वलन किया ओर संतों के सानिध्य में फीता खोलकर इसका शुभरम्भ किया।
इस दौरान कार्यक्रम में समाजसेवी नारायण दास अग्रवाल, महेशानंद सरस्वती, आचार्य मृदुलकान्त शास्त्री, संजय भईया, साध्वी मीनाक्षी, स्वामी सत्यशील, गोयंका, समाजसेवी महेश खण्डेलवाल, गोविंद खण्डेलवाल, सत्यम मित्तल, रंगनाथ सोनी, साध्वी सत्यप्रिया, मोहन सोनी, आदि के अलावा सैकड़ों लोग मौजूद रहे।