TRENDING TAGS :
एक क्लिक पर मंजूर होगी हाजिरी से लेकर छुट्टी, जानिए प्रेरणा ऐप की खासियतें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक दिवस पर प्रेरणा ऐप और प्रेरणा पोर्टल लांच किया। प्रेरणा पोर्टल और ऐप को चलाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने अब हर प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय में एक टैबलेट देगा।
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक दिवस पर प्रेरणा ऐप और प्रेरणा पोर्टल लांच किया। प्रेरणा पोर्टल और ऐप को चलाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने अब हर प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय में एक टैबलेट देगा।
इस टैबलेट में इंफ्रास्ट्रक्चर और मिड-डे-मील की मानीटरिंग के लिए कायाकल्प ऐप होगा तो स्कूलों के निरीक्षण व शिक्षकों व विद्यार्थियों की उपस्थिति की मानीटरिंग के लिए प्रेरणा ऐप, स्कूल प्रबंध समितियों की मानीटरिंग के लिए, बच्चों का मूल्याकंन कर विद्यालय का रिपोर्ट कार्ड संबंधी ऐप भी होगा।
इसके साथ ही इस टैबलेट में दीक्षा और निष्ठा नाम के दो ऐप और होंगे जिनमें यूपी के विद्यालयों का पूरा डाटा केंद्र सरकार को भेजा जायेगा।
टैबलेट से लगानी होगी हाजिरी
शिक्षा विभाग में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के निरीक्षण के लिए मंत्री, अपर मुख्य सचिव से लेकर बीईओ तक को निरीक्षण के लिए जाने वाले अधिकारी भी अपनी हाजिरी विद्यालय के इसी टैबलेट में लगायेंगे।
हर जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारी रोज सुबह एक घंटे कार्यालय में बैठेंगे और लोगों से मिलना होगा और अपनी इस गतिविधि को पोर्टल पर अपलोड़ करना होगां
प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों को छुटटी के लिए भी अब आनलाइन व्यवस्था होगी।
छुटटी के लिए प्रेरणा एप से करना होगा आवेदन
शिक्षक को प्रेरणा एप के माध्यम से आनलाइन छुटटी के लिए आवेदन करना होगा। छुटटी की मानीटरिंग बेसिक शिक्षा निदेशालय से होगी। दो-तीन दिन में संबंधित अधिकारी छुटटी मंजूर नही करेगा तो उच्चाधिकारी उससे स्पष्टीकरण मांगेगे।
मातृत्व अवकाश और बाल्यकाल देखरेख अवकाश के लिए अब खंड शिक्षा अधिकारी के चक्कर लगाने की व्यवस्था समाप्त होगी और यह अवकाश भी इसी ऐप पर आवेदन करने से मिलेंगे।
इसके साथ ही अगर निरीक्षण के दौरान शिक्षक स्कूल में नहीं मिलता है और उसकी छुट्टी मिलेगी का आवेदन आनलाइन नहीं है तो उसे अनुपस्थित मानते हुए कार्रवाई की जायेगी।
ये भी पढ़ें...आजम बताये जौहर यूनिवर्सिटी के लिए किससे मांगी भीख और किसने दी? डॉ. लालजी