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Mirzapur News: प्रिंसिपल की जगह बायोमेट्रिक में हाजिरी लगा रहा था चपरासी, जांच के बाद सामने आया सच
Mirzapur News: विद्यालय में जब प्रिंसिपल के अनुपस्थित रहने पर इसकी जांच कराई गई तो यह पूरा मामला सामने निकलकर आया है
Mirzapur News: उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर जिले के बरौधा में स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। विद्यालय में तैनात प्रिंसिपल की जगह चपरासी हाजिरी लगाता रहा था। एक हाथ से प्रिंसिपल तो दूसरे हाथ से चपरासी बायोमेट्रिक मशीन पर हाजिरी लगाता रहा। विद्यालय में जब प्रिंसिपल के अनुपस्थित रहने पर इसकी जांच कराई गई तो यह पूरा मामला सामने निकलकर आया है। फिलहाल इस मामले में उच्चाधिकारी कार्यवाई को लेकर बात कह रहे है।
जानिए क्या है पूरा मामला
मिर्ज़ापुर जनपद के लालगंज तहसील के बरौंधा स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में एक सनसनीखेज मामला जांच में सामने आया है, जहां प्रभारी प्रिंसिपल की अनुपस्थिति में भी बायोमैट्रिक मशीन में उनकी उपस्थिति दर्ज होती रही । कालेज की प्रभारी प्रिंसिपल रही ज्योति गोयल के कालेज से अक्सर गायब रहने की सूचना उच्च अधिकारियों को मिलती रही, जिसके बाद अधिकारियों द्वारा स्कूल के प्रिंसिपल का प्रभार हाई स्कूल के प्रिंसिपल को दे दिया गया।
जुलाई और अगस्त माह के वेतन के लिए बायोमैट्रिक मशीन से उपस्थिति का प्रिंट निकाला गया, जिसमें चौंकाने वाली बात सामने आई। जिस जिस तारीख को प्रभारी प्रिंसिपल ज्योति गोयल छुट्टी पर रही और रजिस्टर में अनुपस्थित थी। उस दिन मशीन में वे उपस्थित रही।
मामले की जांच के लिये गठित की गई थी टीम
इस पूरे मामले की जांच के लिए विभागीय अधिकारियों की टीम गठित की गई, जिसमें जांच में पाया कि कालेज का ही एक चपरासी कालेज के उपस्थिति रजिस्टर में उपस्थित था पर बायोमैट्रिक मशीन में वह अनुपस्थित पाया गया। जांच में पाए गए पूरे मामले का खुलासा करते हुए जेडी ने बताया कि जब बायोमेट्रिक मशीन में कालेज के कर्मचारियों के अंगूठे की पहचान किया जा रहा था तब प्रभारी प्रिंसिपल ज्योति गोयल द्वारा एक ही कर्मचारी के दोनों हाथों की उंगलियों को उसमें शामिल कराया गया और कहा गया कि अगर एक हाथ में कोई दिक्कत आती है, तो कर्मचारी दूसरे हाथ की उंगली से अपनी उपस्थिति मशीन में दर्ज करा सकता है। पर इस प्रक्रिया में उनके द्वारा अपनी किसी उंगली को चिन्हांकित नही कराया गया। इसकी जगह चपरासी के दोनों हाथों की उंगलियों को करा दिया गया ।
चपरासी को ज्योति गोयल ने साजिश में शामिल करते हुए उसके द्वारा अपनी अनुपस्थिति में एक हाथ से उसकी उपस्थिति और दूसरे हाथ से अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की बात समझा दिया गया। चपरासी भी इस पर अमल करते हुए दोनों उपस्थिति दर्ज कराता रहा। पोल तब खुली जब ज्योति गोयल के चार्ज से हटने के बाद उनकी जगह नए प्रभारी प्रिंसिपल आ गए और उनको कालेज आना पड़ा। चपरासी लगातार ज्योति गोयल के नाम रजिस्टर्ड उंगली को अपनी उपस्थिति में लगता गया और अनुपस्थित पाया गया। जांच में मामले के खुलासे के बाद अब दोनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में विभाग जुटा है।
प्रभारी प्रिंसिपल ने कहा, उनको फसाने की है साजिश
जांच में मामला खुलकर सामने आने के बाद बालिका कॉलेज की प्रभारी प्रिंसिपल और अध्यापिका ज्योति गोयल का कहना है कि उसको साजिश में फंसाया जा रहा है इसमें वह दोषी नहीं है उसके खिलाफ कुछ लोग षड्यंत्र कर रहे हैं।