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जेल में बंद MLA के साले की मौत, सुसाइड नोट में बयां की टॉर्चर की कहानी
बदायूं: डिस्ट्रिक्ट जेल मे हत्या के मामले मे बंद विचाराधीन कैदी की रविवार को देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इस मामले के बाद एक बार फिर से जेल प्रशासन पर सवालिया निशान लग गया है। अपनी मौत से पहले मृतक ने सुसाइड नोट में जेल प्रशासन के अमानवीय व्यवहार का काला चिट्ठा खोल दिया है।
क्या है मामला ?
-मृतक यदुनेश गुन्नौर सीट से सपा के एमएलए रामखिलाड़ी यादव का साला था।
-मृतक के ताऊ चंद्रकेश ने बताया की मार्च 2014 में संभल जिले के गुन्नौर थाना इलाके के नद्वारी गांव में रहने वाले लालू की हत्या के मामले मे उन्हें और उनके दो भतीजों को जेल लाया गया था।
-जिसमे से एक भतीजे रज्नेश की जमानत हो गई है और उनका दूसरा भतीजा यदुनेश उनके साथ जेल के बैरक नं. 8 मे बंद था।
-उसे अलग बैरक मे विपक्षियो से पैसा लेकर शिफ्ट कर दिया गया और उसकी रोज़ पिटाई की जाने लगी।
-चंद्रकेश ने बताया कि यदुनेश की जेल में ही मौत हो चुकी थी।
-जब उन्होंने यदुनेश को देखने की बात की तो जेल प्रशासन उसकी तबियत खराब होने का बहाना करके उसे बाहर ले जाने लगे।
-हमने उसे देखने की जिद की तब घटना की हकीकत पता लगी।
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कैदियों को दिया जाता है बासी खाना
-चंद्रकेश ने बताया कि जेल मे बंदियों के साथ हाथ पैर बांध कर मार-पीट की जाती है और बासी खाना दिया जाता है।
-अगर कोई जुबान खोलता है तो उसकी आवाज़ दबा दी जाती है।
परिजनों ने कहा ह्त्या का केस दर्ज हो
-बंदी की मौत की सूचना पर हॉस्पिटल पहुंचे परिजनों ने हंगामा किया।
-परिजनों ने जेल प्रशासन के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने की मांग की है।
-इस मामले की जानकारी पर प्रभारी जिला अधिकारी प्रताप भदौरिया और एसएसपी सौमित्र यादव भी मौके पर पहुंचे।
-उन्होंने परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया।
मृतक ने लिखा सुसाइड नोट
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सुसाइड नोट मे बयां किया सलाखो के पीछे का दर्द
-मृतक यदुनेश ने अपने भाई योगेश के नाम लिखे 4 पेज के सुसाइड नोट मे जेल मे कैदियों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार के बारे में लिखा था।
-उसने जेल मे मिलने वाली यातनाओं की वजह से सुसाइड कर लेने की बात कही है।
-मृतक ने पूरे मामले के लिए जेल सुप्रिटेंडेंट लक्ष्मी नारायण दोहरे, डिप्टी जेलर सुनील गौतम और सीओ दीपक चौहान को जिम्मेदार ठहराया है।